बाढ़ उतरने के बाद अब सिरोंचा में मलेरिया ने पसारे पैर
एकसाथ मिले मलेरिया के 50 मरीज बाढ़ उतरने के बाद अब सिरोंचा में मलेरिया ने पसारे पैर
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। लगातार 15 दिनों तक बाढ़ का संकट झेलने वाले सिरोंचा तहसील के करीब 30 से अधिक गांवों के नागरिकों को बाढ़ के बाद अब मलेरिया का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आदेश पर श्रीकांत शिंदे फाउंडेशन की ओर से लगातार दस दिनों तक चलाए गये स्वास्थ्य शिविर के दौरान क्षेत्र के गांवों में एकसाथ 50 से अधिक मलेरिया के मरीज पाए गए। इस कारण स्वास्थ्य महकमा सकते में आ गया है। स्वास्थ्य शिविर के दौरान फाउंडेशन की ओर से मलेरिया के मरीजों को नि:शुल्क दवाइयों का वितरण किया गया। सोमवार को मुख्यमंत्री स्वास्थ्य टीम के वैद्यकीय सहायक मंगेश िचवटे ने पत्रकारों से हुई बातचीत में बताया कि, करीब 15 दिनों तक हुई मूसलाधार बारिश और तेलंगाना राज्य के मेडीगड्डा बांध से लाखों क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण सिरोंचा तहसील की गोदावरी, प्राणहिता और इंद्रावती नदी में सन् 1986 के बाद रिकार्ड तोड़ बाढ़ आयी।
बाढ़ का पानी तहसील के 30 से अधिक गांवों में घूसने के कारण लोगों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया गया। वर्तमान में बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है। इस कारण राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के आदेश पर श्रीकांत शिंदे फाउंडेशन की ओर से लगातार इन गांवों में 10 दिनों तक स्वास्थ्य शिविर चलाया गया। शिविर के दौरान सभी नागरिकों के रक्त नमूने लिये गये। इनमें से 50 से अधिक व्यक्ति मलेरिया से पीड़ित पाये गये। वहीं कुछ व्यक्ति डेंगू से भी पीड़ित पाए गए। छोटे बच्चों में सिकलसेल भी पाया गया। सभी पीड़ितों की स्वास्थ्य जांच कराने के बाद उन्हें नि:शुल्क दवाइयों का वितरण किया गया। मलेरिया पीड़ित मरीजों के संदर्भ में जिला स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम एक बार फिर संबंधित गांवों में पहुंचकर मरीजों की जांच करेगी। आगामी सप्ताह में भामरागढ़ तहसील के बाढ़ग्रस्त गांवों में भी फाउंडेशन की ओर से स्वास्थ्य शिविर चलाया जाएगा। यह जानकारी देते हुए चिवटे ने बताया कि, सिरोंचा के बाढ़ग्रस्त लोगों को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ओर से विभिन्न सामग्रियों का वितरण भी किया गया। पत्र परिषद में जीतेंद्र सातव, सचिन डाखोरे, बंटी धुर्वे आदि प्रमुखता से उपस्थित थे।