7 दिनों में टूटा सात जन्मों का बंधन, शादी के वो सात दिन..
7 दिनों में टूटा सात जन्मों का बंधन, शादी के वो सात दिन..
डिजिटल डेस्क, बैतूल। बैतूल में शादी के सात दिन बाद ही एक दुल्हन की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मामला बैतूल के पचमेऊ गांव का है जहां 2 मई को पुलिस को जंगल के पास एक युवती की क्षत विक्षत लाश मिली थी। युवती की पहचान गांव की ही रहने वाली अनिता साहू के तौर पर हुई थी जिसकी शादी 24 अप्रैल को ही पास के गांव खैरी के रहने वाले सुखराम के साथ हुई थी। अनिता शादी के बाद अपने पति के साथ मायके आई हुई थी और रहस्यमय तरीके से गायब हो गई थी। जिसके बाद 2 मई को उसकी क्षत विक्षत लाश मिली थी। अनीता का हत्यारा उसका पति सुखराम ही निकला है।
शादी के 4 दिन बाद मायके से गायब हुई नई नवेली दुल्हन
अनीता पति सुखराम के साथ शादी के बाद पहली बार मायके लौटी थी जहां पति भी उसके साथ रह रहा था लेकिन 29 अप्रैल की रात अचानक वो गायब हो गई। पति सुखराम ने परिजन को अनीता कमरे में न होने की जानकारी दी। जिसके बाद परिजन और पति सुखराम लगातार दो दिनों तक अनीता की खोजबीन करते रहे लेकिन कुछ पता चला। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने छानबीन शुरु की तो जल्द ही उसे अनीता की लाश मिल गई। 2 मई को अनीता की लाश जंगल के पास एक स्कूल के पीछे से क्षत विक्षत हालत में मिली। लाश जिस हालत में थी उससे साफ था कि अनीता की हत्या की गई है इसलिए पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और मामले की बारीकी से तफ्तीश की।
पति ही निकला कातिल
अनीता की हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस को शुरु से ही उसके पति सुखराम पर शक था। पुलिस ने शक के आधार पर सुखराम को पकड़कर पूछताछ की तो पहले तो वो पुलिस को गुमराह करता रहा लेकिन जब सख्ती बरती गई तो उसने सच कबूल लिया। पुलिस के मुताबिक आरोपी सुखराम ने अपने कबूलनामे में बताया है कि 29 अप्रैल की रात जब उसकी नींद खुली तो पत्नी कमरे में नहीं थी, उसने बाहर आकर देखा तो अनीता एक गैर मर्द के साथ जाती हुई नजर आई। उसने दोनों का पीछा किया और जंगल के पास पहुंचते पहुंचते पत्नी को पकड़ लिया। सुखराम को देखकर युवक भाग चुका था और अनीता को दूसरे युवक के साथ देखकर उसका गुस्सा सातवें आसमान पर था। उसने लड़के के बारे में अनीता से पूछा लेकिन जब अनीता ने कोई जवाब नहीं दिया तो पहले तो उसे पत्थर पर पटका और फिर पास ही पड़े एक पत्थर से उसका सिर कुचल दिया और चुपचाप घर लौट आया। आरोपी सुखराम को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।