न्यायालयीन प्रक्रिया में शीघ्र गुणात्मक परिवर्तन की मांग को लेकर अभिभाषक संघ ने सौंपा ज्ञापन
पन्ना न्यायालयीन प्रक्रिया में शीघ्र गुणात्मक परिवर्तन की मांग को लेकर अभिभाषक संघ ने सौंपा ज्ञापन
डिजिटल डेस्क,पन्ना। न्यायालयीन प्रक्रिया में शीघ्र गुणात्मक परिवर्तन किए जाने की मांग को लेकर अधिवक्ताओं ने आज मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर के मुख्य न्यायाधिपति के नाम प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश को ज्ञापन सौंपा। जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष जे.के. राव तेलंग के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में उल्लेख किया है कि उच्च न्यायालय जबलपुर मध्य प्रदेश के द्वारा समस्त मध्य प्रदेश के जिला न्यायालय को प्रत्येक वर्ष के 3 माह में 25 प्रकरणों के निराकरण करने सहित पूरे वर्ष में 100 प्रकरणों निराकृत किए जाने हेतु आदेशित किया गया है जबकि प्रत्येक माह में औसतन 22-23 दिन ही न्यायालय संचालित रहते हैं। इस तरह एक तिमाही में औसतन 66 कार्यदिवस मिल पाते हैं ऐसी स्थिति में 25 प्रकरणों के निराकृत करने के लिए औसतन 2 से 3 दिवस का समय ही मिल रहा है जिससे ऐसी स्थिति में जन सामान्य को न्याय मिल पाना असंभव है साथ ही लक्ष्य का निर्धारण किए जाने से न्यायालय कार्य की गुणवत्ता पूरी तरह से प्रभावित हो रही है जबकि अभिभाषक बंधुओं की न्यायिक प्रक्रिया का एक अंग है ऐसी स्थिति में अभिभाषकगण इस समय अत्यंत कठिन परिस्थितियों का सामना करते हुए मानसिक तनाव एवं हृदय और मधुमेह रोग से ग्रसित हो रहे हैं जबकि इतने कम समय दो-तीन दिन में अभिभाषकगण एवं न्यायधीश द्वारा प्रकरणों की तैयारी किया जाना असंभव है।
सौंपे गये ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि इस प्रक्रिया के फलस्वरुप जन सामान्य एवं पक्षकारों को गुण दोषों के आधार पर न्यायदान मिलना अत्यंत असंभव है तथा इन विषम परिस्थितियों में निदान हेतु संकल्पित अभिभाषकगण तथा पूर्व में पन्ना जिला अधिवक्ता संघ के समस्त अधिवक्तागण दिनांक 18 जनवरी 2023 को अपना विरोध प्रदर्शन करते हुए एक दिवस के लिए जारी प्रक्रिया से विरत रहे हैं परंतु उसके पश्चात मुख्य न्यायाधीश द्वारा उक्त विषय में किसी प्रकार का कोई परिवर्तन या बदलाव नहीं किया जिससे संपूर्ण मध्यप्रदेश के अधिवक्तागणों को न्यायलयीन कार्य करने में अत्यधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिसका विरोध संपूर्ण मध्य प्रदेश के जिला न्यायालय एवं तहसील न्यायालयों में किया जा रहा है। जिससे जिला अधिवक्ता संघ पन्ना भी उक्त प्रक्रिया का विरोध करते हुए पुन: समस्त अधिवक्तागण दिनांक 7 मार्च 10 एवं 11 मार्च को तीन दिवस तक अपने अपने न्यायालय कार्य से विरत रहकर अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए प्रस्ताव सहित ज्ञापन इस विश्वास और आशा के साथ संप्रेषित करते हैं कि इस ब्यबस्था में शीघ्र गुणात्मक परिवर्तन किए जाने की कृपा की जावेगी। इस अवसर पर अभिभाषक संघ के उपाध्यक्ष गोपाल मिश्रा, सचिव रत्नेश, सह सचिव आशीष कुमार तिवारी, कोषाध्यक्ष आनंद नारायण तिवारी, पुस्तकालय अध्यक्ष महेंद्र कुमार द्विवेदी सहित वरिष्ठ अधिवक्ता राम लखन त्रिपाठी, श्रीमती शांति मिश्रा, राजेश तिवारी, राणा श्रीवास्तव, अश्वनी चतुर्वेदी, अवध जडिया सहित काफी संख्या में अधिवक्तागण उपस्थित रहे।