कोयले की बोगस फर्मों पर प्रशासन की नजर कलेक्टर ने खनिज अधिकारी को दिए कार्रवाई के निर्देश, तीन दिन में मांगी जानकारी

मध्य प्रदेश कोयले की बोगस फर्मों पर प्रशासन की नजर कलेक्टर ने खनिज अधिकारी को दिए कार्रवाई के निर्देश, तीन दिन में मांगी जानकारी

Bhaskar Hindi
Update: 2023-02-26 17:17 GMT
कोयले की बोगस फर्मों पर प्रशासन की नजर कलेक्टर ने खनिज अधिकारी को दिए कार्रवाई के निर्देश, तीन दिन में मांगी जानकारी

डिजिटल डेस्क, शहडोल। कोयले के अवैध कारोबार से जुड़ी बोगस फर्मों पर अब जिला प्रशासन की नजर है। कलेक्टर वंदना वैद्य ने खनिज अधिकारी प्रमोद शर्मा को उचित कार्रवाई निर्देश दिए हैं। 24 फरवरी को पत्र लिखकर इस पूरे मामले में तीन दिन में जानकारी मांगी है। कलेक्टर ने दैनिक भास्कर में प्रकाशित खबर एंटी इवेजन ब्यूरो (एईबी) जबलपुर की टीम की शहडोल में छापामार कार्रवाई की खबर का हवाला देते हुए खनिज अधिकारी को कार्रवाई करने कहा है।

उल्लेखनीय है कि एईबी की टीम ने 14 फरवरी को शहर स्थित दो फर्मों पर छापामार कार्रवाई करते हुए कोयले के अवैध कारोबार जुड़ी दो फर्मों का खुलासा किया था। एईबी जबलपुर के संयुक्त आयुक्त आरके ठाकुर ने बताया था कि योगेंद्र धार्या की मेसर्स अंश कोल कार्पोरेशन और नूतेंद्र धार्या की मेसर्स समृद्धि कोल ट्रेड एवं ट्रांसपोर्ट के नाम से कोयले की खरीदी-बिक्री के बोगस फर्में बनाई गई थी। इन फर्मों के द्वारा जीएसटी की चोरी किए जाने पर एईबी ने कार्रवाई की थी।

बोगस फर्म बनाने के दौरान अमरहा के दस्तावेज

एईबी के अधिकारियों के अनुसार कोयले की खरीदी-बिक्री के लिए बनी बोगस फर्मों को बनाने के दौरान अमरहा गांव के एसके ट्रेडर्स के दस्तावेज लगाए गए थे। इसके लिए अलावा बलपुरवा का पता भी सहीं नहीं लिखा गया था। इन फर्मों के दस्तावेज बुढ़ार के आशीष ने तैयार किए थे। माना जा रहा है कि खनिज विभाग की जांच में और परतें खुल सकती है।

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