फिल्मी स्टाइल में एक्शन, जालना में बारात आई और 390 करोड़ ले गई
छापेमारी फिल्मी स्टाइल में एक्शन, जालना में बारात आई और 390 करोड़ ले गई
डिजिटल डेस्क, औरंगाबाद । जालना जिले में आयकर विभाग ने फिल्मी अंदाज में बड़ा एक्शन लिया है। छापेमारी में 390 करोड़ रुपये की बेहिसाब संपत्ति जब्त की गई है। जालना में स्टील कारोबारियों के यहां ये छापेमारी 1 अगस्त से शुरू हुई थी। इसमें 58 करोड़ रुपये नकद और 32 किलो सोना शामिल है। छापेमारी में आयकर विभाग के 260 कर्मचारियों ने भाग लिया। भारी मात्रा में नकदी जब्त की गई है और गिनती के लिए 12 मशीनों का इस्तेमाल किया गया है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह कार्रवाई कितनी बड़ी होगी।
आयकर विभाग की ओर से की गई इस कार्रवाई को लेकर बेहद गोपनीयता बरती गई। आयकर विभाग के अधिकारी दूल्हे के बाराती बन के आए थे ताकि किसी को खबर न हो कि वे छापेमारी के लिए आ रहे हैं। आयकर अधिकारी शादी की कारों में "दुल्हन हम ले जाएंगे" स्टिकर के साथ जालना पहुंचे। बेड़े में कुल 260 अधिकारी और 120 कारें थीं। टीम ने आठ दिनों तक छापेमारी की और 390 करोड़ बेनामी संपत्ति का खुलासा किया। यह रेड सेशन पिछले 1 अगस्त से शुरू हो रहा है। यह कार्रवाई 8 दिनों तक चली।
एक साथ पांच जगहों पर छापेमारी
तथ्य यह है कि जालना में इन चार बड़ी स्टील मिलों ने लेनदेन से करोड़ों रुपये की अतिरिक्त आय अर्जित की और इन लेनदेन को भुनाया, रिकॉर्ड में नहीं लाया गया था। इसलिए आयकर विभाग ने बेहद गुपचुप तरीके से यह छापेमारी की. इन उद्योगपतियों के घरों, दफ्तरों, फार्महाउसों पर छापेमारी की गई। फार्महाउस में अलमारी के नीचे बिस्तर में रुपयों का बंडल मिला। इसमें फैक्ट्री के तीन कर्मचारियों के पास से नकदी मिली। इसके साथ ही सोने के आभूषण, सोने के बिस्कुट, ईंट, सिक्के और हीरे भी मिले हैं। कुल 32 किलो सोना जब्त किया गया। करीब 300 करोड़ की कुल बेहिसाब संपत्ति मिली है। औरंगाबाद में भी दो कारोबारियों के यहां छापेमारी की गई. इनके पास से 58 करोड़ नकद बरामद किया गया है। इसमें 16 कैरेट सोने के आभूषण और हीरे मिले हैं। इस ऑपरेशन में नोटों के बंडल 25 कपड़े की थैलियों में पैक किए गए थे। फिर इस राशि को स्थानीय स्टेट बैंक में ले जाकर गिना गया। पैसे गिनने के लिए 10 से 12 मशीनों की जरूरत थी।