हड़ताल के कारण ऑटो-टैक्सी वालों के आए "अच्छे दिन'
मनमानी वसूल रहे किराया हड़ताल के कारण ऑटो-टैक्सी वालों के आए "अच्छे दिन'
डिजिटल डेस्क, गोंदिया। पिछले 11 दिनों से चल रही एसटी कर्मचारियों की हड़ताल के चलते गोंदिया डिपो से एसटी की कोई भी बस नहीं चल पाई। एसटी बसें न चलने से दीपावली के बाद अब अपने-अपने कार्यस्थलों पर लौटनेवाले यात्रियों को आटो एवं निजी टैक्सियों के साथ ही निजी बसों का सहारा लेना पड़ रहा है। एसटी की हड़ताल का लाभ उठाकर आटो एवं टैक्सी चालक भी अब यात्रियों से मुंहमांगा किराया वसूल रहे हैं। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो, एसटी की हड़ताल से भले ही यात्रियों की जेब ढीली हो रही हो लेकिन निजी आटो-टैक्सी चालकों के अच्छे दिन आ गए हैं। निजी वाहनों के चालक-मालिक इसका भरपूर फायदा उठाते दिख रहे हैं। ऐसे अने यात्री हंै, जिन्होंने अपने गंतव्य तक जाने के लिए ट्रेन में आरक्षण करवा रखा है। लेकिन अनेक ट्रेनें गोंदिया स्टेशन से ही पकड़ने के लिए उन्हें गोंदिया आना अनिवार्य होता है। इसके लिए उन्हें अपने गांव से टैक्सी अथवा आटो का सहारा लेना पड़ रहा है।
गोंदिया डिपो के भी 10 कर्मचारी सस्पेंड
एसटी महामंडल प्रशासन ने भंडारा विभाग अंतर्गत गोंदिया जिले के गोंदिया डिपो के 10 एवं तिरोड़ा डिपो के 10 हड़ताली कर्मचारियों को निलंबित करने के आदेश जारी किए गए हैं। भविष्य में कुछ और कर्मियों पर भी कार्रवाई हो सकती है। इसके बावजूद फिलहाल कर्मचारी हड़ताल पर डटे हुए हैं। हड़ताल कब खत्म होगी, इस संबंध में फिलहाल कुछ नहीं कहा जा सकता। - चंद्रकांत वड़सकर, विभागीय यातायात अधिकारी, भंडारा