पांच माह से आधार केंद्र बंद, नागरिक परेशान
गड़चिरोली पांच माह से आधार केंद्र बंद, नागरिक परेशान
डिजिटल डेस्क, सिरोंचा.(गड़चिरोली)। सरकार ने आम नागरिकों का अधिकार बताते हुए सभी को अपना अधार कार्ड निकालना अनिवार्य किया है। विशेषत: आधार कार्ड के माध्यम से विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ भी मिल रहा है। जिसके कारण वर्तमान में आधार कार्ड काफी महत्वपूर्ण बन गया है, लेकिन जिले के आखरी छोर पर बसी तथा तेलंगाना और छत्तीसगढ़ राज्य से सटे सिरोंचा तहसील में पिछले 5 माह से आधार कार्ड सेंटर बंद होने के कारण तहसील के 39 ग्राम पंचायत अंतर्गत आने वाले गांवों के नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे तहसील प्रशासन इस ओर गंभीरता से ध्यान देकर सिरोंचा तहसील में आधार कार्ड पंजीयन केंद्र शुरू करने की मांग तहसील के नागरिकों ने की है। पहले सिरोंचा तहसील मुख्यालय और तहसील के अंकिसा गांव में ऐसे दो अधिकृत आधार पंजीयन केंद्र थे, लेकिन पिछले 5 माह से दोनों आधार कार्ड सेंटर बंद हैं।
आधार कार्ड सेंटर में कर्मचारी हैं, तो नेटवर्क नहीं। वहीं नेटवर्क है तो कर्मचारी नहीं ऐसा सिलसिला शुरू है। जिसके कारण तहसील के नागरिकों के विभिन्न कार्य अटके हैं। विशेषत: अनके सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड लिंक होना जरूरी होता है, लेकिन तहसील के अधिकतर नागरिकों का पता गलत, नाम और सरनेम गलत होने के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में नागरिकों के अनेक कार्य प्रभावित हुए हैं। आधार कार्ड बनाने, आपडेट करने के लिए तहसील के नागरिकों को अन्य तहसीलों में जाना पड़ रहा है। जिससे नागरिकों को वित्तीय तथा मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। संबंधित विभाग गंभीरता से ध्यान देकर आधार सेंटर शुरू करने की मांग तहसीलवासियों ने की है। बता दें कि, वर्तमान में करीब 80 प्रतिशत कामकाज ऑनलाइन किए जाते हैं। जिसके लिए आधार कार्ड होना बेहद जरूरी है, लेकिन दूसरी ओर सिरोंचा तहसील में आधार कार्ड पंजीयन केंद्र बंद होने के कारण तहसील के नागरिकों के आधार कार्ड पंजीयन कार्य समेत ऑनलाइन कार्य भी पूरी तरह अटके है। यह तहसील पूरी तरह आदिवासी बहुल है। ऐसे में आधार कार्ड सेंटर बंद होने के कारण तहसील के नागरिकों के हाल-बेहाल हो रहे हैं। सिरोंचा तहसील होने के बाद भी तहसील के दोनों आधार कार्ड पंजीयन केंद्र पिछले 5 माह से बंद हैं। जिसके कारण तहसील के नागरिक, किसान समेत स्कूली छात्रों के कार्य अटके हैं।