विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चयन का मामला निर्णायक दौर में,  20 को कांग्रेस के विधायकों की बैठक

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चयन का मामला निर्णायक दौर में,  20 को कांग्रेस के विधायकों की बैठक

Bhaskar Hindi
Update: 2019-05-18 14:10 GMT
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष चयन का मामला निर्णायक दौर में,  20 को कांग्रेस के विधायकों की बैठक

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के चयन का मामला निर्णायक दौर में पहुंच गया है। कांग्रेस के विधायक दल की बैठक सोमवार 20 मई  को मुंबई में होनेवाली है। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी मलिकार्जुन खडगे व प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण उपस्थित रहेंगे। नेता प्रतिपक्ष के लिए पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण व कांग्रेस के उपनेता विजय वडेट्टीवार का नाम सबसे अधिक चर्चा में है।

गौरतलब है कि नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटील ने लोकसभा चुनाव के दौरान ही पद से इस्तीफा दे दिया है। विखे पाटील के पुत्र ने भाजपा की टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा है। विखे पाटील कांग्रेस में बने हुए हैं लेकिन उनपर आरोप लगे है कि वे भाजपा को सहायता कर रहे है। चर्चा तो यहां तक चल रही है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद राज्य में मंत्रिमंडल का पुनर्गठन होगा। उसमें विखे पाटील को मौका मिल सकता है। विखे पाटील के इस्तीफे के बाद से विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर राजनीतिक चर्चाएं सामने आती रही है। इस बीच पार्टी नेताओं की अलग अलग बैठक भी हुई है।

सोमवार को होनेवाली बैठक को सबसे निर्णायक माना जा रहा है। इस पद के लिए वरिष्ठता के आधार पर सबसे आगे पृथ्वीराज चव्हाण का नाम सुना जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि विधानसभा चुनाव की तैयारी को देखते हुए चव्हाण को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया तो वे कांग्रेस विधायकों को एक साथ रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। पार्टी में गुटबाजी भी कम होगी। उधर उपनेता वडेट्टीवार का नाम भी प्रमुखता से सुना जा रहा है। कहा जा रहा है कि उपनेता रहते हुए भी वडेट्टीवार कई बार नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में रहते थे। विधायकों के लिए उनके हस्ताक्षर से ही पार्टी व्हीप जारी होता रहा है। सूखा मामले को लेकर वडेट्टीवार के नेतृत्व में ही दौरा किया गया।

प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण की पसंद के तौर पर भी उनका नाम आगे बताया जा रहा है। फिलहाल कांग्रेस के लिए राहत की बात है कि उसकी सहयोगी राकांपा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष पद को लेकर काेई दावा नहीं कर रही है। विधानसभा में कांग्रेस के 42 व राकांपा के 41 सदस्य चुने गए थे। कांग्रेस विधायक कालीदास कोलंबकर पार्टी छोड़ने की स्थिति में हैं। नारायण राणे के पुत्र नीतेश राणे भी कांग्रेस में किनारे लगे हुए हैं। विखे पाटील के पार्टी छोड़ने की स्थिति में कांग्रेस के सदस्य 39 ही रह जाएंगे। उधर राकांपा के हनुमंत डोलस की मृत्यु के बाद सदस्य संख्या 39 रह गई। जल्द ही विधानसभा चुनाव की तैयारी की जाएगी। ऐसे में माना जा रहा है कि राकांपा इस पद के लिए अधिक जोर नहीं लगाएगी। विजय वडेट्टीवार  ने पुष्टि की है कि सोमवार को बैठक में नेता प्रतिपक्ष पद के लिए सुझाव लिए जाएंगे।

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