पति को नहीं चाहिए थी 4 साल की बेटी, रेलवे स्टेशन पर छोड़ गई मां
पति को नहीं चाहिए थी 4 साल की बेटी, रेलवे स्टेशन पर छोड़ गई मां
डिजिटल डेस्क, नागपुर। एक तरफ पूरी दुनिया में बेटियों को पढ़ा-लिखाकर आगे बढ़ाने की कवायद जोर-शोर से चल रही है तो दूसरी तरफ समाज का एक तबका ऐसा भी है, जो उन्हें अब भी बोझ समझता है। ऐसा ही एक वाकया नागपुर स्टेशन पर देखने को मिला, जहां एक मां अपनी 4 साल की मासूम बेटी को नागपुर स्टेशन पर लावारिश छोड़ गई। उसने ऐसा इसलिए किया कि उसके पति को बेटी नहीं चाहिए थी, लेकिन कुछ महिला यात्रियों की सतर्कता और चाइल्ड लाइन के प्रयास से महिला को ढूंढ़ निकाला गया और पुलिस कार्रवाई के बाद बच्ची को उसे सौंप दिया गया। यह घटना प्लेटफार्म नं. 8 पर हुई। महिला को 6 साल का बेटा भी है।
महिला यात्रियों ने किया चाइल्ड लाइन से संपर्क
रीमा (बदला हुआ नाम) मूलत: नागपुर की रहनेवाली है, लेकिन शादी के बाद वह राजकोट में रहने लगी। उसे दो बच्चे हैं, एक 6 साल का बेटा व एक 4 साल की मासूम बेटी है। रीमा के पति को बच्चे नहीं चाहिए थे। 6 साल का बेटा उसकी मां के पास रहता है और बेटी रीमा के पास रहती है, लेकिन उसके पति को बेटी भी नहीं चाहिए, इसलिए गुरुवार को रीमा बच्ची को प्लेटफार्म नंबर 8 पर लावारिस छोड़ कर फरार हो गई। मासूम बच्ची कुछ महिला यात्रियों को प्लेटफार्म पर खेलते हुए दिखाई दी, मगर उसके आस-पास कोई नजर नहीं आया।
स्टेशन पर मिली बच्ची की मां
स्टेशन पर मौजूद कुछ महिलाओं शक होने पर उन्होंने चाइल्ड लाइन से संपर्क किया और बच्ची के बारे में जानकारी दी। चाइल्ड लाइन के कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचे और स्टेशन से बच्ची की मां को ढूंढ़ निकाला। इस घटना की सूचना सीताबर्डी पुलिस को भी दी गई। बर्डी पुलिस ने रीमा से पूछताछ कर उसके द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर उसकी मां से संपर्क कर सारी जानकारी दी, जिसके बाद रीमा की मां मौके पर पहुंची। कानूनी प्रक्रिया पूरी कर बच्ची व रीमा को उसकी मां को सौंप दिया गया। इस प्रकार चाइल्ड लाइन की सतर्कता से एक मासूम बच्ची अपनी मां से बिछड़ने से बच गई।