गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज की 1400 एकड़ जगह पर लगाए 8 ट्रैप कैमरे
अमरावती गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज की 1400 एकड़ जगह पर लगाए 8 ट्रैप कैमरे
डिजिटल डेस्क, अमरावती। शेगांव नाका परिसर स्थित गवर्नमेंट इंजीनियरिंग काॅलेज परिसर में तेंदुआ दिखाई देने के बाद से इस महाविद्यालय के पीछे के क्षेत्र में रहनेवाले नागरिक तथा गवर्नमेंट इंजीनियरिंग काॅलेज के होस्टल में रहनेवाले विद्यार्थियों में भारी दहशत देखी जा रही है। इस तेंदुए को कैमरे में कैद करने के लिए वनविभाग ने गवर्नमेंट इंजीनियरिंग काॅलेज की 1400 एकड़ जमीन पर अब 8 ट्रैप कैमरे लगाए हैं। इन आठ ट्रैप कैमरे के माध्यम से वनविभाग गवर्नमेंट इंजीनियरिंग काॅलेज परिसर में पिछले 15 दिनों से डेरा लगाए बैठे तेंदुए की हर गतिविधि पर नजर रखेगा। बताया जाता है कि परिसर में तेंदुआ आने की खबर जब वनविभाग को पता चली थी उस समय वडाली के वन परिक्षेत्र अधिकारी वर्षा हरने ने स्वयं इस परिसर में जाकर महाविद्यालय के छात्र और अधिकारियों से चर्चा की थी। उस समय इस परिसर में चार सीसीटीवी ट्रैप कैमरे लगाए गए थे। इसी बीच तीन दिन पहले महाविद्यालय के वॉल कम्पाउंड को लगकर रहनेवाले शिरभाते नामक व्यक्ति के घर की कम्पाउंड वॉल पर तथा आसपास के परिसर में तेंदुए के पगमार्क मिलने के बाद इस क्षेत्र में तेंदुए का भ्रमण रहने की बात निश्चित होने पर अब वनविभाग ने गवर्नमेंट इंजीनियरिंग काॅलेज परिसर के कुल 1400 एकड़ जमीन पर अन्य चार ट्रैप कैमरे गुरुवार 22 सितंबर को दोपहर लगाए। इस तरह अब अभियांत्रिकी महाविद्यालय परिसर में वनविभाग 8 ट्रैप कैमरों की मदद से तेंदुए को कैमरे में कैद करने की योजना बना चुका है।
देर रात होस्टल से बाहर निकलने पर पाबंदी
स्थानीय गवर्नमेंट इंजीनियरिंग काॅलेज परिसर में पिछले 15 दिनों से तेंदुआ दिखाई दे रहा है। होस्टल के विद्यार्थियों को रात 7.30 बजे के बाद अपने कमरे से बाहर न निकलने के निर्देश दिए गए है। अभियांत्रिकी महाविद्यालय में कार्यरत एक कर्मचारी ने बताया कि कुछ दिनों पहले लड़कियों के होस्टल के पीछे के खुले मैदान में लड़कियों को तेंदुआ दिखाई देने की बात उन्होंने वार्डन ठाकरे को बताने पर उन्होंने अधिकारियों को सूचित किया था। इस घटना के कुछ ही दिन बाद बाॅइज होस्टल के सुरक्षा गार्ड को तड़के श्वान के भौंकने की आवाज सुनाई दी। इस गार्ड ने होस्टल की खिड़की से देखा तो तेंदुआ बॉइज होस्टल की सीढ़ी पर खड़ा था। इस गार्ड ने शोरगुल मचाया। उस समय फिर तेंदुआ वहां से भाग गया। जिससे श्वान की जान भी बच गई। लगातार दो बार होस्टल परिसर में तेंदुआ दिखाई देने से अब उसके लोकेशन की दिशा में वनविभाग ने ट्रैप कैमरे लगाना शुरू कर दिया है। इस कैमरे में तेंदुआ आने के बाद वनविभाग के अधिकारी इस परिसर में पिंजरा लगाने की अनुमति वरिष्ठों से मांगेगे। लेकिन तब तक होस्टल के छात्र व छात्राओं पर रात में होस्टल के बाहर निकलने पर पाबंदी लगाई गई है। अगर कोई विद्यार्थी 7.30 बजे होस्टल परिसर में प्रवेश करता है तो वहां का गार्ड उसे उसके कमरे तक छोड़ आता है। इसके अलावा वनविभाग के अधिकारी भी रात के समय गश्ती पर रहते है। ऐसा अभियांत्रिकी महाविद्यालय के इस कर्मचारी ने बताया।
लोगों के कैमरे में कैद हुआ तेंदुआ
स्थानीय गवर्नमेंट इंजीनियरिंग काॅलेज परिसर में दिखाई देनेवाला तेंदुआ आखिर इसी कालेज के पीछे स्थित कॉटन ग्रीन कालोनी वासियों को नजर आया और उन्होंने इस तेंदुए को कैमरे में कैद किया है। परिसरवासियों का कहना है कि अभियांत्रिकी महाविद्यालय की दीवार को फांदकर वह परिसर में घुसने का कई बार प्रयास कर चुका है। परिसरवासियों को यह तेंदुआ अभियांत्रिकी महाविद्यालय के जिजाऊ गर्ल्स होस्टल के सामने अंधेेरे में विचरण करता दिखाई दिया। जिन्होंने उसे कैमरे के कैद किया।