पिथौरागढ़ ज़िले के जुम्मा गांव में बादल फटने से 7 लोग मलबे में दबे
उत्तराखंड पिथौरागढ़ ज़िले के जुम्मा गांव में बादल फटने से 7 लोग मलबे में दबे
डिजिटल डेस्क, देहरादून। बारिश से इन दिनों उत्तराखंड राज्य के लिए मुसीबत बनी हुई है। यहां लोगों की जान पर आफत बनी हुई है। पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन और बादल फटने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। ताजा घटना उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले से सामने आई है, जहां बादल फटने और भूस्खलन की वजह से 2 लोगों की मौत हो गई है। 7 लोगों को अभी भी मलबे में दबे होने की सूचना है। बादल फटने से कई घरों को भारी नुकसान पहुंचा तो कई गाड़ियां भी मलबे में दब गई हैं। फिलहाल राहत और बचाव का कार्य जारी है।
पिथौरागढ़ के ज़िलाधिकारी डॉ आशिश चौहान ने बताया, "हमें 7 लोगों के दबने और 2 शव मिलने की सूचना मिली है। घटनास्थल के लिए राहत सामग्री को पहुंचाया जा रहा है। SDRF, SSB की टीम को वहां भेज दिया गया है। उत्तराखंड पुलिस के मुताबिक पिथौरागढ़ ज़िले के जुम्मा गांव में लगातार बारिश से नुकसान हुआ है। पुलिस और एसडीआरएफ की टीमों ने अब तक 3 बच्चों सहित 4 शव बरामद किए हैं। खोज, बचाव और राहत कार्य जारी है।
पिथौरागढ़ हादसे को लेकर उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी ने कहा, जिन लोगों के घर बह गए हैं उन्हें अन्य स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है। मैं खुद वहां जाना चाह रहा था लेकिन मौसम की खराबी के कारण नहीं जा पाया। जैसे ही मौसम ठीक होगा हम वहां जाएंगे और स्थिति का जायजा लेंगे। पिथौरागढ़ ज़िले के सीमांत क्षेत्र धारचूला में बादल फटने से 7 लोगों के गायब होने या मलबे में दबे होने सूचना मिली है। ज़िलाधिकारी वहां चले गए हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमें गई हैं। जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। अभी तक 3 बच्चों के शव बरामद हुए हैं।