छत्तीसगढ़ में तेन्दूपत्ता संग्राहकों को दो माह में ही 502 करोड़ रूपए का भुगतान!
छत्तीसगढ़ में तेन्दूपत्ता संग्राहकों को दो माह में ही 502 करोड़ रूपए का भुगतान!
डिजिटल डेस्क | कोरोना की विषम परिस्थिति में वनवासियों को मिला बड़ा सहारा - वन मंत्री श्री अकबर चालू वर्ष में 522 करोड़ के 13.05 लाख मानक बोरा तेन्दूपत्ता संग्रहित रायपुर| मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप राज्य सरकार द्वारा वनवासियों के हित में लिए गए अहम फैसले के फलस्वरूप छत्तीसगढ़ में केवल तेन्दूपत्ता संग्राहकों को दो माह मई-जून में ही 502 करोड़ 49 लाख रूपए का सुगमतापूर्वक भुगतान हो चुका है। वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि इससे राज्य के आदिवासी-वनवासी सहित तेन्दूपत्ता संग्राहकों को कोरोना संकट की विषम परिस्थिति में भी रोजी-रोटी की कोई समस्या नहीं आयी और उन्हें तेन्दूपत्ता के संग्रहण से बहुत बड़ा सहारा मिला। राज्य में कोरोना संकट के बावजूद चालू वर्ष के दौरान तेन्दूपत्ता का संग्रहण कार्य सुचारू रूप से संचालित हुआ।
इसका सीधा-सीधा लाभ राज्य के लगभग 13 लाख आदिवासी-वनवासी संग्राहक परिवारों को मिला। राज्य में इस दौरान माह जून के अंत तक 13 लाख 5 हजार 797 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है, जो लक्ष्य 16 लाख 71 हजार 700 मानक बोरा का 78 प्रतिशत से अधिक है। प्रबंध संचालक राज्य लघु वनोपज संघ श्री संजय शुक्ला ने बताया कि इसमें तेन्दूपत्ता संग्राहकों को 522 करोड़ रूपए से अधिक की राशि भुगतान योग्य है। राज्य में वर्तमान में तेन्दूपत्ता का संग्रहण दर 4000 रूपए प्रति मानक बोरा निर्धारित है। राज्य में इस वर्ष वन मंडलवार सबसे अधिक पूर्व भानुप्रतापपुर में 91 हजार 320 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है।
इसी तरह बलरामपुर में 90 हजार 540 मानक बोरा, सुकमा में 76 हजार एक मानक बोरा, बीजापुर में 75 हजार 341 मानक बोरा तथा पश्चिम भानुप्रतापपुर में 75 हजार 120 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हुआ है। इनमें वन वृत्तवार जगदलपुर के अंतर्गत एक लाख 76 हजार 593 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है। इसमें तेन्दूपत्ता संग्राहकों को 70 करोड़ 64 लाख रूपए की भुगतान योग्य राशि में से अब तक 70 करोड़ 26 लाख रूपए की राशि का भुगतान संग्राहकों को किया जा चुका है। इसी तरह वनवृत्त कांकेर के अंतर्गत 2 लाख 49 हजार 679 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हुआ है। इसमें संग्राहकों को 99 करोड़ 87 लाख रूपए की भुगतान योग्य राशि में से अब तक 98 करोड़ 77 लाख रूपए की राशि का भुगतान कर दिया गया है। वन वृत्त दुर्ग के अंतर्गत एक लाख 58 हजार 651 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है।
इसमें 63 करोड़ 46 लाख रूपए की भुगतान योग्य राशि में से संग्राहकों को 62 करोड़ 29 लाख रूपए का भुगतान हो चुका है। वनवृत्त रायपुर के अंतर्गत एक लाख 88 हजार 527 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण हुआ है। इसमें 75 करोड़ 41 लाख रूपए की भुगतान योग्य राशि में से 75 करोड़ 30 लाख रूपए की राशि का भुगतान कर दिया गया है। इसके अलावा वनवृत्त बिलासपुर के अंतर्गत चालू वर्ष के दौरान 2 लाख 76 हजार 670 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है। इसमें 110 करोड़ 67 लाख रूपए की भुगतान योग्य राशि में से अब तक 104 करोड़ 50 लाख रूपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है। इसी तरह वनवृत्त सरगुजा के अंतर्गत 2 लाख 55 हजार 597 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण किया गया है। इसमें 102 करोड़ 24 लाख रूपए की भुगतान योग्य राशि में से अब तक संग्राहकों को 91 करोड़ 36 लाख रूपए की राशि का भुगतान हो चुका है।