जुनोना झील परिसर में मिली पक्षियों की 44 प्रजातियां
पक्षी अवलोकन जुनोना झील परिसर में मिली पक्षियों की 44 प्रजातियां
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। शहर के इको-प्रो के पक्षी संरक्षण विभाग एवं पर्यावरण विभाग ने पक्षी सप्ताह के अवसर पर जुनोना झील क्षेत्र में पक्षी अवलोकन कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान पक्षियों की 44 प्रजातियां पाईं गईं। इको-प्रो प्रतिवर्ष 5 से 12 नवंबर तक अरण्य ऋषि मारुति चितमपल्ली और पक्षी तज्ञ डाॅ.सलीम अली के जन्मदिन पर पक्षी सप्ताह का आयोजन करता है। इस अवसर पर भद्रावती इको-प्रो शाखा की ओर से 5 नवंबर से हर दिन भद्रावती तहसील में विभिन्न झीलों पर पक्षी देखने का कार्यक्रम आयोजित कर रही हैं। वहीं इको-प्रो चंद्रपुर ने बुधवार को जुनोना झील क्षेत्र में पक्षी निरीक्षण किया गया। इको-प्रो पक्षी विभाग के प्रमुख बंडू धोतरे ने कहा कि पक्षी निरीक्षण में पक्षियों की 44 प्रजातियां दर्ज की गई। इस समय इको-प्रो ने भाग लेने वाले सदस्यों और नागरिकों को विभिन्न पक्षियों के बारे में जानकारी प्रदान की ।
पाए जाने वाले पक्षियों में नीलपंख, जंगली कौआ, बगुला, गाय बगुला, काला शेराटी, काणुक, कमलपक्षी, टिटवी, तुतवार, कठेरी चिलखा, कवड़ी, तोता, भारद्वाज, पट्टेरी पिंगला समेत अनेक प्रजातियों के पक्षियों को दर्ज किया गया। प्रवासी पक्षियों के बारे में धोतरे ने बताया कि अभी तक प्रवासी पक्षी झील में नहीं आए हैं। पक्षी निरीक्षण में पर्यावरण विभाग के प्रमुख नितीन रामटेके, पक्षी विभाग के प्रमुख बंडू दूधे व अमोल उट्टलवार, संजय सब्बनवार, राजू काहिलकर, आकाश घोड़मारे, सचिन धोतरे, सुधीर देव, प्रमोद मलिक, महेश घोड़मारे समेत महिलाओं और बच्चों ने हिस्सा लिया। जितनी ठंड होनी चाहिए उतनी ठंड नहीं पड़ने से प्रवासी पक्षियों के आगमन में देरी होने की संभावना है। महत्वपूर्ण रूप से तालाब में बड़ी संख्या में जलीय खरपतवारों और वनस्पतियों के कारण इन पक्षियों का निवासस्थान खतरे में होने की जानकारी ईको प्रो अध्यक्ष धोतरे ने दी है।