203 मतदान केन्द्रों में बिजली नहीं , 46 पोलिंग बूथ में नेटवर्क नहीं
203 मतदान केन्द्रों में बिजली नहीं , 46 पोलिंग बूथ में नेटवर्क नहीं
डिजिटल डेस्क, अनूपपुर। 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए जिले भर में 689 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा मतदान केन्द्रों को सर्व सुविधा युक्त बनाने के दावे किए जा रहे हैं। मतदान को 10 दिन शेष हैं, इसके बाद भी 203 मतदान केन्द्रों तक बिजली नहीं पहुंच पाई है। वहीं 46 मतदान केन्द्र ऐसे हैं जिन तक मोबाइल या दूसरे किसी माध्यम से संपर्क कर पाना असंभव है। वहीं मतदान केन्द्रों में शौचालयों की स्थिति भी स्पष्ट नहीं हो पाई है। जर्जर, पानी विहीन व छत विहीन शौचालयों की मरम्मत के दावे किए जा रहे हैं किंतु वास्तविक स्थिति मतदान दलों को ही देखनी पड़ेगी।
203 विद्युत विहीन
689 मतदान केन्द्रों में से 203 मतदान केन्द्रों में अब तक बिजली नहीं पहुंच पाई है। 13 नवंबर तक यह आकड़ा 285 का था, कार्यपालन अभियंता प्रमोद गेडाम द्वारा किए गए पत्राचार के बाद 82 मतदान केन्द्रों में अस्थाई विद्युत कनेक्सन की प्रकिया पूर्ण हो पाई। वहीं शेष मतदान केन्द्रों के लिए लगातार पत्राचार किया जा रहा है किंतु विद्यालयों के शिक्षकों की चुनाव ड्यूटी होने के कारण या उदासीनता की वजह से विद्युत के लिए आवेदन नहीं पहुंच रहे हैं।
बिजली बिल भी बकाया
एक तरफ विद्युत विहीन मतदान केन्द्रों में विद्युतीकरण के लिए निर्देश जारी हो रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ दो दर्जन से ज्यादा शासकीय विद्यालय अकेले कोतमा विधानसभा क्षेत्र में हैं। जिन पर हजारों रुपयों का विद्युत बिल बकाया है और इन पर विद्युत विच्छेदन की कार्यवाही हो चुकी है। या फिर बकाया अधिक होने के कारण विद्युत महकमा बिजली काटने की तैयारी में है। माध्यमिक विद्यालय पिपरहा पर 1 लाख 27 हजार, हाई स्कूल पोड़ी-चोड़ी 50524, माध्यमिक विद्यालय आमाडाड 65428, माध्यमिक विद्यालय मौहरी-कोठी 40396 समेत 25 विद्यालयों पर 4 लाख 67 हजार 53 रुपए का विद्युत बिल बकाया है।
46 पोलिंग बूथ में नेटवर्क नहीं
जिले के पुष्पराजगढ़ और कोतमा विधानसभा के 46 पोलिंग बूथ ऐसे हैं जिनमें किसी भी तरह का मोबाइल नेटवर्क काम नहीं करता है। पूर्व में भी टेलीकाम कंपनियों से इन जगहों में मोबाइल टावर लगाने के लिए पत्राचार किया गया था किंतु व्यवस्था अब भी प्रक्रियाधीन है। इनमें से सर्वाधिक पोलिग बूथ पुष्पराजगढ़ विधानसभा में हैं वहीं कोतमा विधानसभा के भी चार पोलिग बूथ में भी यह असुविधा बनी हुई है। यहां नेटवर्क या संचार की सुविधा के लिए पुलिस द्वारा वायरलेस सुविधा प्रदान की जाएगी।
173 मतदान केन्द्र संवेदनशील
कोतमा विधानसभा की 65 व अनूपपुर तथा पुष्पराजगढ़ विधानसभा 54-54 मतदान केन्द्रों को संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। अनुविभागीय दंडाधिकारियों के प्रतिवेदन व इन मतदान केन्द्रों के इतिहास के आधार पर इन्हें संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। संवेदनशील मतदान केन्द्रों में सुरक्षा के लिए अतिरिक्त इंतजाम भी किए जा रहे हैं। जिनमें बकायदा वीडियो रिकार्डिग की व्यवस्था भी की जाएगी।
3040 कर्मचारी लगेंगे चुनाव ड्यूटी में
निर्वाचन की प्रक्रिया को संपन्न करने के लिए 3040 कर्मचारियों की ड्यूटी मतदान केन्द्रों में लगाई जा रही है। सुरक्षा व्यवस्था को भी शामिल किया जाय तो पुलिस अधीक्षक द्वारा जिला बल के अतिरिक्त सुरक्षा के लिए 11 कंपनियों की मांग की गई है। जिनमें से एक कंपनी पहुंच भी चुकी है शेष के आने की पूर्व सूचना मिल चुकी है। सुरक्षा बलों के साथ ही जिला पुलिस बल, नगर सैनिक एवं वन विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी भी सुरक्षा व्यवस्था में लगाई जाएगी।
इनका कहना है
विद्युतीकरण के लिए निर्देश दिए जा चुके हैं, मतदान केन्द्रों को मतदान से पूर्व सुविधायुक्त बना दिया जाएगा। -श्रीमती अनुग्रह पी, कलेक्टर अनूपपुर