अमरावती जिले में कट गए 13 हजार 380 पेड़, सोया रहा प्रशासन
प्रशासन को नहीं जानकारी अमरावती जिले में कट गए 13 हजार 380 पेड़, सोया रहा प्रशासन
डिजिटल डेस्क, अमरावती। अमरावती जिले में इस वर्ष 13 हजार 340 पेड़ों की कटाई की गई है। इनमें केवल 3 हजार 918 पेड़ों के कटाई की अनुमति ही प्रशासन से ली गई थी। इस बात का खुलासा स्वयं जिला परिषद के पर्यावरण विभाग द्वारा तैयार की गई एक रिपोर्ट में हुआ है। यह संपूर्ण कटाई 1 जनवरी से लेकर 15 अक्टूबर तक की समयावधि में की गई है। लेकिन इतने बड़े पैमाने पर पेड़ों की अवैध कटाई की प्रशासन को जानकारी न होना एक चिंताजनक घटना है।
जिले में सूखे पेड़ काटने की अनुमति ठेकेदारों को दी जाती है। अनुमति के इस पत्र में काटे जाने वाले पेड़ों की संख्या भी तय होती है। पर्यावरण विभाग की ओर से दी जाने वाली इस अनुमति के अनुसार ही पेड़ो की कटाई की जाना अनिवार्य है। लेकिन ठेकेदार पंचायत कार्यालय में बैठे कुछ अधिकारियों के साथ सांठगांठ कर कई गुना अधिक संख्या में पेड़ों को काट देते है। जिसका परिणाम पर्यावरण पर पड़ता है। रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि काटे गए पेड़ों की तुलना में नए पौधे नहीं लगाए गए हैं। जो पौधे लगाए गए है, उन्हें जीवित रखने में ईमानदारी नहीं बरती गई। जानकारी के अनुसार जो पेड़ काटे जाते है। उनकी लकड़ियां श्मशान भूमि को उपलब्ध कराई जाती हैं। लेकिन इस आड़ में पेड़ काटने वाले आरा मशीनों को लकड़िया उपलब्ध कराने का व्यवसाय करते है। इस तरह की जानकारी स्वयं प्रशासनिक रिपोर्ट में सामने आई है। जिसको लेकर जिप प्रशासन की ओर से चिंताएं व्यक्त की गई है।
पर्यावरण रिपोर्ट का करेंगे अध्ययन
पर्यावरण विभाग द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में किन तथ्यों को उजागर किया गया है, इसका अध्ययन कर पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उचित कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही पेड़ों की कटाई को लेकर कठोर दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे।
संजय पाटील विभागीय अधिकारी, एमपीसीबी