MP : खंडवा में रातभर में हुई 109.0 मिमी बारिश, प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी

MP : खंडवा में रातभर में हुई 109.0 मिमी बारिश, प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी

Bhaskar Hindi
Update: 2019-07-03 05:15 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश में मानसून की दस्तक के बाद कई जिलों में अच्छी बारिश दिखाई दे रही है। बुधवार की रात  प्रदेश के जबलुपर जिले में जबदस्त बारिश हुई, मौसम विभाग के अनुसार यहां 178.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। वहीं खण्डवा में 109.0mm मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। मौसम केंद्र ने आगामी 48 घंटे के दौरान प्रदेश के 19 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसमें अनूपपुर, डिंडोरी, उमरिया, रीवा, सतना, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, सागर, दमोह, सीहोर, हरदा, बैतूल, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन और बड़वानी जिले शामिल हैं। 

बुधवार रात यहां हुई इतनी बारिश
बुधवार की रातदमोह में 73.0mm, इंदौर में 61.8mm, नर्सिंगढ़ में 53.0mm, उमरिया में 44.4mm, रतलाम में 42.2mm, सिओनी में 40.4mm, खजुराहो में 38.6mm, सागर में 38.0mm, उज्जैन में 35.0mm, सतना में 34.2mm, ग्वालियर में 33.4mm, बैतूल में 33.2mm, नौगांव में 31.4mm, खरगौन में 27.2mm, मण्डला में 25.0mm, धार में 23.8mm, शाजापुर में 17.0mm, भोपाल में 15.7mm, मलाजखण्ड में 15.5mm, रीवा में 15.2mm, होशंगाबाद और गुना 13.0mm, सीधी में 11.8mm, रायसेन में 8.2mm, टीकमगढ़ में 7.0mm और दतिया में 4.8mm वर्षा दर्ज की गई। 

प्रदेश में भारी बारिश का कारण ये कारक
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, मध्य प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाले कारक कम दबाव का क्षेत्र उत्तर पूर्व झारखंड एवं उससे लगे उड़ीसा एवं पश्चिम बंगाल के गंगा का क्षेत्र पर बना हुआ है। 
- पहला उत्तरी हवा में चक्रवाती हवा का घेरा 76 किलोमीटर की ऊंचाई तक बना है जो दक्षिण की ओर ऊंचाई के साथ झुका है। 
-  दूसरा दक्षिणी गुजरात एवं उससे आसपास हवा के ऊपरी भाग में 2.1 से 5.8 किलोमीटर के बीच चक्रवाती हवा का घेरा बना है। 
-  तीसरा मध्य उत्तर प्रदेश के दक्षिण भाग में 1.5 किलोमीटर तक हवा के ऊपरी भाग में चक्रवाती हवा का घेरा बना है। 
-  चौथा दक्षिणी पंजाब से बंगाल की खाड़ी तक समुद्री सतह के ऊपर एक ट्रफ लाइन जा रही है जो हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश से होकर गुजर रही है।

देश के इन भागों में पहुंचा मानसून 
मौसम केंद्र ने मानसून का मैप जारी कर बताया है कि दक्षिण पश्चिम मानसून देश के कुछ और भागों में आगे बढ़ गया है। जिसमें पूर्वी राजस्थान के कुछ भाग मध्य प्रदेश का अधिकांश भाग छत्तीसगढ़ का शेष भाग उत्तर प्रदेश के कुछ और भाग उत्तराखंड के अधिकांश भाग हिमाचल प्रदेश के कुछ भाग एवं जम्मू कश्मीर के कुछ भाग शामिल है। दक्षिण पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा 22 डिग्री उत्तरी अक्षांश 60 डिग्री पूर्वी देशांतर 22 डिग्री उत्तरी अक्षांश 65 डिग्री पूर्वी देशांतर द्वारिका अहमदाबाद राजगढ़ खजुराहो लखनऊ नजीबाबाद मंडी से 33 डिग्री उत्तरी अक्षांश 79 डिग्री पूर्वी देशांतर से होकर जा रही है।

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आगामी दो-तीन दिनों में उत्तरी अरब सागर गुजरात मध्य प्रदेश राजस्थान के कुछ भाग हिमाचल प्रदेश उत्तर प्रदेश हरियाणा का कुछ भाग चंडीगढ़ दिल्ली और उत्तराखंड के शेष भाग में दक्षिण पश्चिम मानसून आगे बढ़ने की संभावना है।

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