एशेज सीरीज : पहले टेस्ट में इंग्लैंड का पलड़ा भारी

एशेज सीरीज : पहले टेस्ट में इंग्लैंड का पलड़ा भारी

Bhaskar Hindi
Update: 2019-07-31 11:00 GMT
एशेज सीरीज : पहले टेस्ट में इंग्लैंड का पलड़ा भारी
हाईलाइट
  • इस सीरीज की शुरुआत गुरुवार से बर्मिघम में हो रही है और इसी के साथ आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की शुरुआत भी होगी
  • विश्व कप जीतने के बाद इंग्लैंड के सामने अब एक और बड़ी सीरीज-एशेज सीरीज इंतजार कर रही है जहां वो आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैदान पर उतरेगी

डिजिटल डेस्क, बर्मिघम। विश्व कप जीतने के बाद इंग्लैंड के सामने अब एक और बड़ी सीरीज-एशेज सीरीज इंतजार कर रही है जहां वो आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैदान पर उतरेगी। इस सीरीज की शुरुआत गुरुवार से बर्मिघम में हो रही है और इसी के साथ आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप की शुरुआत भी होगी। टेस्ट चैम्पियनशिप के आने से खेल के लंबे प्रारुप में निश्चित तौर पर रोमांच बढ़ेगा। इस चैम्पियनशिप का अंत जुलाई 2021 में होगा जिसकी विजेता एक टीम होगी।

इंग्लैंड की टेस्ट टीम ने हालांकि अभी आयरलैंड के खिलाफ मैच खेला था जहां उसे परेशानी हुई थी। वह आस्ट्रेलिया जैसी टीम के खिलाफ उस तरह के प्रदर्शन को दोहराने की गलती नहीं कर सकती क्योंकि आयरलैंड के खिलाफ इंग्लैंड को वापसी का मौका मिल गया था लेकिन टेस्ट में अपनी बादशाहत को दोबारा हासिल करने के लिए उतारु आस्ट्रेलिया इस तरह के मौके नहीं देगी।

आस्ट्रेलिया का टेस्ट में रिकार्ड बीते एक साल में अच्छा नहीं रहा है लेकिन इस सीरीज से उसके दो बेहतरीन बल्लेबाज स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर वापसी कर रहे हैं। साथ ही कैमरून बैनक्रॉफ्ट भी मैदान पर उतरने को तैयार हैं। यह तीनों बॉल टेम्परिंग विवाद में प्रतिबंध झेलने के बाद आ रहे हैं और अपने आप को साबित करने के लिए बेकरार होंगे।

विश्व कप में स्मिथ और वार्नर ने बेहतरीन बल्लेबाजी की थी। अगर यह दोनों उसी फॉर्म को बरकरार रखने में सफल रहे तो इंग्लैंड के लिए परेशानी हो सकती है। उस्मान ख्वाजा भी फिटनेस टेस्ट में पास हो गए हैं और अंतिम-11 का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं। गेंदबाजी में आस्ट्रेलिया थोड़ा संभल कर चुनाव करेगी। टीम के कप्तान टिम पेन ने साफ कर दिया है कि पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड एक साथ मैदान पर नहीं उतारेंगे। यह फैसला इन तीनों के करियर को लंबा विस्तार देने के लिहाज से लिया है।

ऐसे में देखना होगा कि इन तीनों में कौन अंतिम-11 में जगह बनाता है। जेम्स पैटिनसन भी वापसी कर रहे हैं और उनका खेलना भी तय माना जा रहा है। इंग्लैंड की गेंदबाजी जोफ्रा आर्चर के आने से और मजबूत होगी। जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड पहले से ही टीम में हैं और आर्चर के साथ मिलकर यह तीनों किसी भी बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त करने का दम रखते हैं। बल्लेबाजी में इंग्लैंड को उम्मीद होगी की जेसन रॉय, जॉनी बेयरस्टो, कप्तान जोए रूट, बेन स्टोक्स उसी तरह का प्रदर्शन करें जिस तरह का विश्व कप में किया था।

टीमें (सम्भावित) :

इंग्लैंड : जोए रूट (कप्तान), बेन स्टोक्स, जेसन रॉय, जोए डेनले, जॉनी बेयरस्टो (विकेटकीपर), रोरी बर्न्‍स, मोइन अली, ओली स्टोन, जोस बटलर, जोफ्रा आर्चर, क्रिस वोक्स, स्टुअर्ट ब्रॉड, जेम्स एंडरसन, सैम कुरैन।

ऑस्ट्रेलिया : टिम पेन (कप्तान और विकेटकीपर), कैमरून बैनक्रॉफ्ट, पैट कमिंस, मार्कस हैरिस, जोस हेजलवुड, ट्रेविस हेड, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशछाने, नाथन लॉयन, मिशेल मार्श, मिशेल नेसेर, जेम्स पैटिनसन, पीटर सीडल, स्टीवन स्मिथ, मिशेल स्टार्क, मैथ्यू वेड, डेविड वार्नर।

 

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