ICC Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी का होस्ट कौन? सवाल पर ICC ने वीडियो जारी कर दिया संकेत
- पाकिस्तान को मिली चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी
- पाकिस्तान जाने को तैयार नहीं भारतीय टीम
- ICC ने वीडियो पर मचा बवाल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। क्रिकेट जगत में इन दिनों सिर्फ एक ही चीज की चर्चा हो रही है। वो है अगले साल आयोजित होने वाले आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी। इस टूर्नामेंट के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने अपना रुख साफ कर दिया है। उन्होंने खिलाड़ियों की सुरक्षा का हवाला देते हुए टीम को पाकिस्तान भेजने से साफ मना कर दिया है। हालांकि, बीसीसीआई ने हाईब्रिड मॉडल में गेम खेलने पर हामी भरी है। वहीं, दूसरी ओर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड भी अपनी बातों पर अड़ा हुआ है। उनका कहना है कि जैसे पाकिस्तान टीम कोई मैच खेलने भारत जाती है वैसे भारतीय खिलाड़ियों को भी पाकिस्तान आना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने हाईब्रिड मॉडल पर मैच खेलने से भी मना कर दिया है। वहीं, इसे लेकर दोनों देशों के क्रिकेट प्रेमी भी अपनी-अपनी दलीलें पेश कर रहे हैं। इसी बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल ने एक वीडियो शेयर की है। ऐसा माना जा रहा है कि इस वीडियो के जरिए आईसीसी टूर्नामेंट के वेन्यू का संकेत दे रहा है।
ICC reveals Logo and Brand Identity for Champions Trophy. pic.twitter.com/ckJN5vZZT6
— Ragav (@ragav_x) November 13, 2024
आईसीसी ने दिया वेन्यू का संकेत
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने बुधवार 13 नवंबर को एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में लाहौर का शाही किला और पाकिस्तान के ट्रक आर्ट को दिखाया गया है। इस वक्त सोशल मीडिया पर इस वीडियो की काफी चर्चा हो रही है। क्यास लगाए जा रहे हैं कि भले ही टीम इंडिया चैपियंस ट्रॉफी खेलने न जाए लेकिन टूर्नामेंट की मेजबानी तो पाकिस्तान ही करेगा। इसके अलावा दोनों देशों के फैंस लगातार कमेंट्स के जरिए अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
हाईब्रिड मॉडल के लिए मानने को तैयार ही नहीं पाकिस्तान
आपको बता दें, भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने खिलाड़ियों की सुरक्षा का हवाला देते हुए टीम को पाकिस्तान भेजने से साफ मना कर चुका है। इसके अलावा बीसीसीआई लगातार आईसीसी से चैंपियंस ट्रॉफी को हाईब्रिड मॉडल पर कराने की मांग कर रहा है। इस मॉडल के तहत बाकी टीमों के बीच मैच पाकिस्तान में ही खेले जाएंगे। लेकिन भारत के सारे मुकाबले किसी अन्य मैदान पर आयोजित होंगे। दूसरी ओर पीसीबी भारतीय क्रिकेट बोर्ड की इस डिमांड को मानने को तैयार ही नहीं है।