लोकसभा चुनाव 2024: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा हम सर्वेक्षण में नहीं आते, सीधे सरकार बनाते हैं
- चुनाव से पहले मतदाताओं को गारंटी देने का चलन केजरीवाल ने शुरू किया
- पंजाब सीएम मान ने भाजपा पर साधा निशाना
- भारत की 140 करोड़ जनता तय करेगी कि किसे कितनी सीटें मिलेंगी?
डिजिटल डेस्क, भरूच। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को कहा कि आप की लोकप्रियता चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में दर्ज नहीं होती है, लेकिन इसका वास्तविक प्रदर्शन संगठन को सीधे सरकार बनाने में मदद करता है और दावा किया कि लोकसभा चुनाव आश्चर्यजनक परिणाम देंगे। सीएम मान गुजरात के भरूच शहर में ‘आप’ उम्मीदवार चैतर वसावा के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे, उन्होंने वहां एक रोड शो भी किया। उसके बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा हम सर्वेक्षण में नहीं आते। हम सीधे सरकार बनाते हैं।
मान ने कहा, “किसी ने भी दिल्ली या पंजाब में हमारी जीत की भविष्यवाणी नहीं की थी। न तो किसी ने भविष्यवाणी की थी कि गुजरात में हमारे पांच विधायक जीतेंगे और न ही यह भविष्यवाणी की थी कि ‘आप’ चंडीगढ़ महापौर का चुनाव जीतेगी। विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) की घटक आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता मान ने भाजपा के चुनावी नारे 'अबकी बार 400 पार' को 'जुमला' बताकर खारिज कर दिया।
सीएम मान ने केजरीवाल के जेल में होने को लेकर केंद्र में सत्तारुढ़ बीजेपी सरकार पर निशाना साधा, उन्होंने इसे तानाशाही और साजिश बताया। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले आबकारी नीति मामले में ‘आप’ संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल में डालना सत्ता पक्ष की तानाशाही के साथ-साथ साजिश को भी दर्शाता है। मान ने कहा, "अबकी बार 400 पार (का नारा) एक जुमला है। उन्होंने (भाजपा ने) दिल्ली में 2020 के विधानसभा चुनावों के दौरान यह क्यों नहीं कहा? और वे यह तय करने वाले होते कौन हैं कि वे कितनी सीटें जीतेंगे? यह भारत की 140 करोड़ जनता तय करेगी कि किसे कितनी सीटें मिलेंगी। यह देश किसी की निजी संपत्ति नहीं है।
भाषा के मुताबिक मुख्यमंत्री ने आगे कहा जो नागरिक ये मानते हैं कि ये उनका देश है वो इस बार नतीजे देखकर हैरान रह जाएंगे। आप नेता ने कहा कि वह केजरीवाल ही थे जिन्होंने चुनाव से पहले मतदाताओं को गारंटी देने का चलन शुरू किया था और अब भाजपा डर के मारे अपने घोषणा पत्र में गारंटी की बात करने लगी है।