कांग्रेस की तेलंगाना के राज्यपाल से अपील, विशेष शक्तियों का इस्तेमाल करें

टीएसपीएससी पेपर लीक कांग्रेस की तेलंगाना के राज्यपाल से अपील, विशेष शक्तियों का इस्तेमाल करें

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-22 15:00 GMT
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डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना में कांग्रेस ने बुधवार को राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन से तेलंगाना राज्य लोक सेवा आयोग (टीएसपीएससी) के प्रश्नपत्र लीक मामले में कार्रवाई करने के लिए अपनी विशेष शक्तियों का प्रयोग करने का आग्रह किया।

राज्य प्रमुख ए. रेवंत रेड्डी के नेतृत्व में राज्य कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा।

प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मामले की जांच पूरी होने तक टीएसपीएससी को भंग करने के लिए अपनी विशेष शक्तियों का प्रयोग करने की अपील की।

रेवंत रेड्डी ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि टीएसपीएससी के अध्यक्ष, सचिव और अनुभाग अधिकारी को बचाने का प्रयास किया जा रहा है, जिन्हें विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा जांच का सामना करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 317 के तहत राज्यपाल के पास टीएसपीएससी में उन लोगों को निलंबित करने की शक्तियां हैं जो पेपर लीक में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि तभी मामले की जांच पारदर्शी ढंग से हो सकती है।

उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने प्रतिनिधिमंडल से कहा कि वह मामले को देखेंगी और कानूनी राय लेने के बाद आवश्यक कार्रवाई करेंगी।

रेवंत रेड्डी ने कहा कि पेपर लीक होने से लाखों बेरोजगार युवाओं का भविष्य अनिश्चित हो गया है। उन्होंने इस आरोप को दोहराया कि सरकार में शीर्ष पदों पर बैठे लोग इस मामले में शामिल थे।

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि घोटाले में आईटी मंत्री के.टी. रामाराव के विभाग की अहम भूमिका थी। उन्होंने कहा, हमने राज्यपाल से केटीआर पर मुकदमा चलाने का आग्रह किया, क्योंकि ऐसे आरोप हैं कि केटीआर के विभाग के कर्मचारियोंने इस पेपर लीक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

उन्होंने एसआईटी के सामने पेश होने से एक दिन पहले आरोपों को दोहराया, जिसने उन्हें अपने आरोपों के समर्थन में जानकारी प्रदान करने के लिए बुलाया है।

नौ आरोपियों से पूछताछ कर जांच तेज कर चुकी एसआईटी ने उन्हें नोटिस दिया है।

रेवंत रेड्डी ने पहले दावा किया था कि केटीआर के पीए तिरुपति और मामले के प्रमुख आरोपियों में से एक राजशेखर रेड्डी दोस्त थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि तिरुपति ने राजशेखर रेड्डी को आउटसोर्सिग के आधार पर तेलंगाना स्टेट टेक्नोलॉजिकल सर्विसेज (टीएसटीएस) में नौकरी दिलाने में मदद की और बाद में सुनिश्चित किया कि उन्हें टीएसपीएससी में एक महत्वपूर्ण पद पर नौकरी मिले।

राजशेखर रेड्डी टीएसपीएससी के उन दो कर्मचारियों में से एक है, जिसे पुलिस ने प्रश्नपत्र लीक होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। एक नेटवर्क विशेषज्ञ ने कथित तौर पर आयोग में गोपनीय प्रणालियों से कई परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों की नकल की और उसे प्रवीण कुमार को दिया, जिसने पैसे के लिए कुछ उम्मीदवारों के साथ इसे साझा किया।

टीएसपीएससी ने विभिन्न इंजीनियरिंग विभागों में सहायक अभियंता, नगरपालिका सहायक अभियंता, तकनीकी अधिकारी और जूनियर तकनीकी अधिकारी की 833 रिक्तियों के लिए 5 मार्च को परीक्षा आयोजित की थी। कुल 55,000 उम्मीदवारों ने परीक्षा लिखी थी।

हालांकि, आयोग को प्रश्नपत्र के लीक होने का संदेह था और उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी।

13 मार्च को पुलिस ने टीएसपीएससी के दो कर्मचारियों सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया।

गिरफ्तारियों के बाद आयोग ने परीक्षा रद्द कर दी और इस महीने के अंत में होने वाली अन्य परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया।

इस संदेह के बीच कि आरोपी ने कुछ अन्य परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक किए होंगे, आयोग ने ग्रुप 1 प्रीलिम्स सहित तीन अन्य परीक्षाओं को भी रद्द कर दिया।

16 अक्टूबर, 2022 को आयोजित ग्रुप-1 परीक्षा में ग्रुप 1 पदों के लगभग 2.86 लाख उम्मीदवार उपस्थित हुए थे।

(आईएएनएस)

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