विपक्ष ने गुजरात शाला प्रवेशोत्सव को लेकर सकरुलर की आलोचना की
गुजरात विपक्ष ने गुजरात शाला प्रवेशोत्सव को लेकर सकरुलर की आलोचना की
- घटिया बुनियादी ढांचे
डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। गुजरात सरकार के उस सकरुलर पर विपक्ष बुधवार को भारी पड़ गया, जिसमें जिला शिक्षा अधिकारियों को 23 से 25 जून तक शाला प्रवेशोत्सव के दौरान अपने-अपने जिले का दौरा कर अच्छी संख्या में छात्रों के साथ सर्वश्रेष्ठ स्कूलों का चयन करने के लिए कहा गया है।
राज्य के शिक्षा विभाग ने एक सकरुलर जारी किया है, जिसमें शाला प्रवेशोत्सव के लिए केवल कुछ स्कूलों का चयन करने का निर्देश दिया गया है। इसमें कहा गया है, तालुका स्तर पर, तीन दिवसीय आयोजन के दौरान, प्रत्येक दिन राज्य स्तरीय वीआईपी के लिए एक अलग स्कूल का चयन किया जाना है। केवल ऐसे स्कूलों का चयन किया जाना चाहिए जहां छात्रों की संख्या अच्छी हो, भौगोलिक दृष्टि से अच्छी तरह से स्थित हो, यदि संभव हो तो ऐसे स्कूलों का चयन करें जो उत्कृष्ट हैं।
राज्य के सकरुलर की आलोचना करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने आरोप लगाया, सरकार इस सकरुलर को छिपाने की कोशिश कर रही है। इसका मतलब है कि घटिया बुनियादी ढांचे वाले स्कूल इस कवायद में सामने नहीं आते हैं। कोई कब तक तथ्यों को छिपा सकता है।
गुजरात राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष दिग्विजयसिंह जडेजा ने कहा, अच्छी संख्या वाले स्कूलों का चयन करने में कुछ भी गलत नहीं है। उन्हें लगता है कि यदि 50 या 60 छात्रों वाले स्कूल का चयन किया जाता है, तो मुश्किल से चार या पांच छात्र नए प्रवेश के लिए संपर्क करेंगे, जबकि 300 या 500 छात्रों वाले स्कूलों के लिए, प्रवेश पाने वालों की संख्या अधिक होगी और इसलिए डीईओ को अधिक संख्या में छात्रों वाले स्कूलों का चयन करने के लिए कहा जाता है।
साथ ही वह इस निर्देश पर हैरान हैं कि उत्कृष्टता के स्कूलों का चयन किया जाना चाहिए। उनके मुताबिक, उत्कृष्टता का एक भी स्कूल तैयार नहीं है। राज्य ने ऐसे स्कूलों के विकास के लिए अभी टेंडर आमंत्रित किए हैं। अगर विभाग तालुका मुख्यालय में नामित उत्कृष्ट स्कूलों की बात कर रहा है, तो ऐसे स्कूल बहुत कम हैं।
सोर्स- आईएएनएस
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