सिद्धू को मिल सकती 'पंजाब कांग्रेस चीफ' की कमान, आज दिल्ली में होगी सोनिया गांधी से मुलाकात

सिद्धू को मिल सकती 'पंजाब कांग्रेस चीफ' की कमान, आज दिल्ली में होगी सोनिया गांधी से मुलाकात

Bhaskar Hindi
Update: 2021-07-16 04:25 GMT
सिद्धू को मिल सकती 'पंजाब कांग्रेस चीफ' की कमान, आज दिल्ली में होगी सोनिया गांधी से मुलाकात

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू के बीच चल रही सियासी मतभेद को अब कांग्रेस हाईकमान खत्म करने जा रही है। सिद्धू आज दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। इस दौरान पंजाब कांग्रेस के हरीश रावत भी मौजूद रहेंगे। हाईकमान पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 से पहले सिद्धू और अमरिंदर के बीच सुलह कराने की कोशिश कर रही है। 

गौरतलब है कि कल मीडिया को संबोधित करते हुए पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने कहा था कि हाईकमान जल्द ही एक बड़ा फैसला लेगी। पंजाब में फेरबदल करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू को राज्य में कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाएगा। वहीं, 2022 का चुनाव अमरिंदर सिंह के चेहरे पर लड़ा जाएगा। इसके अलावा पंजाब में पार्टी के दो कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किए जाएंगे।

पार्टी की स्टेट यूनिट में चल रहे संकट के बीच नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) का प्रमुख बनाया जा सकता है। वह मौजूदा सुनील जाखड़ की जगह लेंगे। हालांकि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिद्धू को पीपीसीसी प्रमुख बनाने के पक्ष में नहीं है। वह पहले ही कह चुके हैं कि वह कई सही नेताओं की अनदेखी करके सिद्धू को पीपीसीसी प्रमुख के पद पर पदोन्नत करने के खिलाफ है। हालांकि पार्टी आलाकमान इसके बावजूद सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की कमान सौंपने पर काम कर रही है।

पार्टी आलाकमान ने सिद्धू से अपनी टीम भी चुनने के लिए मशविरा किया है। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों से चर्चा के दौरान उन्हें कई वर्चुअल मीटिंग का हिस्सा बनाया गया। सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की कमान सौंपने की औपचारिक घोषणा जल्द ही होने की उम्मीद है। सिद्धू पहले से ही विभिन्न पार्टी नेताओं अपने पक्ष में कर उनका समर्थन जुटा रहे हैं। सिद्धू के पीपीसीसी प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने के बाद कार्यकर्ता स्वर्ण मंदिर की यात्रा की तैयारी कर रहे हैं।

जिस तरह से अमरिंदर सिंह और सिद्धू के बीच विवाद चल रहा है उसे देखते हुए दोनों नेता एक साथ कैसे काम करेंगे यह देखना होगा। हालांकि पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच सुलह हो गई है। सुलह का यह फॉर्मूला सोनिया गांधी की प्रशांत किशोर से मुलाकात के बाद लिया गया है। प्रशांत किशोर ने पंजाब की जमीनी स्थिति की जानकारी देते हुए सोनिया गांधी को बताया था कि विधानसभा चुनाव जीतने के लिए पार्टी को दोनों ही धुरंधर नेताओं की जरूरत है। 

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