आईएएस एसोसिएशन का बिहार सरकार से अपील, आनंद मोहन की रिहाई पर पुनर्विचार करें

बिहार आईएएस एसोसिएशन का बिहार सरकार से अपील, आनंद मोहन की रिहाई पर पुनर्विचार करें

Bhaskar Hindi
Update: 2023-04-25 19:30 GMT
आईएएस एसोसिएशन का बिहार सरकार से अपील, आनंद मोहन की रिहाई पर पुनर्विचार करें

डिजिटल डेस्क, पटना। सेंट्रल आईएएस एसोसिएशन ने मंगलवार को गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी जी.कृष्णया की नृशंस हत्या के दोषी आनंद मोहन सिंह को रिहा करने के बिहार सरकार के फैसले पर गहरी निराशा जताई। नई दिल्ली स्थित एसोसिएशन ने एक बयान में कहा कि ड्यूटी पर एक लोक सेवक की हत्या के आरोप में दोषी को कम जघन्य श्रेणी में पुनर्वर्गीकृत नहीं किया जा सकता है।

एक मौजूदा वर्गीकरण में संशोधन, जिसके कारण कर्तव्य पर एक लोक सेवक के सजायाफ्ता हत्यारे को रिहा कर दिया गया, न्याय से इनकार करने के समान है, यह तर्क देते हुए कि इस तरह के कमजोर पड़ने से लोक सेवकों के मनोबल में गिरावट आती है, सार्वजनिक व्यवस्था को कमजोर करता है, और एक बनाता है न्याय प्रशासन का उपहास।

बयान में कहा गया है, हम बिहार की राज्य सरकार से अपने फैसले पर जल्द से जल्द पुनर्विचार करने का पुरजोर अनुरोध करते हैं। बिहार सरकार ने कैदियों से संबंधित कानून में संशोधन किया और बाहुबली नेता आनंद मोहन सिंह सहित 27 लोगों को रिहा कर दिया, जो 5 दिसंबर, 1994 को कृष्णया की हत्या में आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे।

कृष्णया एक आधिकारिक बैठक के बाद पटना से लौट रहे थे और वह उस समय मुजफ्फरपुर पहुंचे, जब अंडरवल्र्ड डॉन छोटन शुक्ला के समर्थक उनके शव को श्मशान घाट ले जा रहे थे। उन्होंने उनकी कार पर हमला किया और उन्हें पीट-पीट कर मार डाला। आनंद मोहन अंतिम संस्कार की प्रक्रिया का हिस्सा थे और मुजफ्फरपुर की पुलिस ने चार्जशीट में उन पर लिंचिंग के लिए समर्थकों को उकसाने का अरोप लगाया था।

 

 (आईएएनएस)

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Tags:    

Similar News