एमसीडी व गुजरात चुनाव के बाद आप के हौंसले बुलंद, 18 दिसंबर को बुलाई राष्ट्रीय परिषद की मीटिंग, 2024 आम चुनाव पर नजर
आप की मीटिंग-2022 एमसीडी व गुजरात चुनाव के बाद आप के हौंसले बुलंद, 18 दिसंबर को बुलाई राष्ट्रीय परिषद की मीटिंग, 2024 आम चुनाव पर नजर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली नगर निगम चुनाव में जबरदस्त वापसी करते हुए बीजेपी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया है। तो वहीं दूसरी ओर गुजरात विधानसभा चुनाव में भी पार्टी ने पांच सीटें जीतकर खाता खोल लिया है। आम आदमी पार्टी संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पार्टी के प्रदर्शन से काफी गदगद हैं। इसी कड़ी में आगामी 18 दिसंबर को दिल्ली में नेशनल काउंसिल की मीटिंग बुलाई गई है।
केजरीवाल की निगाहें 2024 चुनाव पर
हाल के चुनावी रिजल्ट से उत्साहित अरविंद केजरवाल को खुशी सातवें आसमान पर है। अब केजरीवाल पार्टी के सभी नेताओं के साथ बैठक कर 2024 लोकसभा चुनाव पर चर्चा करने वाले हैं। इसी को मद्देनजर रखते हुए पार्टी ने राष्ट्रीय परिषद की बैठक बुलाई है। ये बैठक 18 दिसंबर को होने वाली है, नेशनल काउंसिल की इस बैठक में आप के देशभर के जनप्रतिनिधियों सहित कई राज्यों के नेता शामिल होंगे।
गौरतलब है कि गुजरात विधानसभा चुनाव में 13 फीसदी वोट पाने के बाद आप राष्ट्रीय पार्टी में शामिल होने वाली है। गुजरात चुनाव में केजरीवाल ने खूब मेहनत की और पार्टी के झोली में पांच सीट डलवाने में भी कामयाब रहे। अब आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है।
आप की वजह से कांग्रेस को नुकसान
गुजरात विधानसभा चुनाव की अगर बात करें तो आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को तगड़ा नुकसान पहुंचाया है। आप ने यहां कांग्रेस के वोट में सेंधमारी कर देश की सबसे पुरानी पार्टी को काफी नुकसान पहुंचाया। आप ने जिस मेहनत के साथ चुनाव मैदान में दमखम दिखाया। उसका रिजल्ट अच्छा ही रहा है। पांच सीटें जीतकर सदन में जगह बना ली। पार्टी संयोजक केजरीवाल ने अंतिम व्यक्ति तक पार्टी के एजेंडा का खूब प्रचार-प्रसार किया, हर तबके के लिए घोषणाएं और चुनाव प्रचार के हर मंच से दिल्ली और पंजाब का उदाहरण देते रहे।
केजरीवाल ने की थी भविष्यवाणी
चुनाव प्रचार के दौरान ही 27 नवंबर 2022 को अरविंद केजरीवाल ने भरी कॉन्फ्रेंस में कागज पर लिखकर दिया था कि इस बार गुजरात में आप की सरकार बनेगी। केजरीवाल ने कहा कि ये मेरी भविष्यवाणी है। चुनाव प्रचार खत्म हुआ और एक दिसंबर-पांच दिसंबर को वोट डाले गए और आठ दिसंबर को जब वोटों की गिनती खत्म हुई तो आम आदमी पार्टी को मात्र पांच सीटें मिलीं, लेकिन 35 जगहों पर वह कांग्रेस को दूसरे नंबर से खिसकाने में कामयाब रही.