राष्ट्रीय: कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में छात्रों की मौत का मुद्दा राज्यसभा में गरमाया, सुधांशु त्रिवेदी ने दिल्ली की आप सरकार के घेरा
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में एक यूपीएससी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से पिछले सप्ताह हुई तीन छात्रों की मौत का मामला सोमवार को कई सांसदों ने राज्यसभा में उठाया। भाजपा के सुधांशु त्रिवेदी ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए भवन निर्माण और नालों की सफाई का ब्योरा मांगा। उन्होंने दिल्ली में विज्ञापन खर्च में हुई पचास गुना बढ़ोत्तरी पर भी सरकार को घेरा।
नई दिल्ली, 29 जुलाई (आईएएनएस)। दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में एक यूपीएससी कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भरने से पिछले सप्ताह हुई तीन छात्रों की मौत का मामला सोमवार को कई सांसदों ने राज्यसभा में उठाया। भाजपा के सुधांशु त्रिवेदी ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए भवन निर्माण और नालों की सफाई का ब्योरा मांगा। उन्होंने दिल्ली में विज्ञापन खर्च में हुई पचास गुना बढ़ोत्तरी पर भी सरकार को घेरा।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “इस पूरे मामले में चार पक्ष हैं। पहला, बेसमेंट में काम करने की इजाजत किस विभाग ने दी? दूसरा, यदि वह इजाजत दी गई तो क्या इसके बाद कोई जांच हुई? तीसरा यदि उसकी शिकायत की गई तो क्या उस शिकायत पर कोई कार्रवाई की गई या नहीं? और चौथा, आसपास के सीवरों को साफ किया गया या नहीं? अफसोस की बात है कि दिल्ली सरकार, जो अपने कामों का चारों तरफ प्रचार करती है, वह आज तक इस बात का प्रमाणिक आंकड़ा नहीं दे पाई है कि सीवर लाइन के कीचड़ की सफाई के लिए क्या किया है, ताकि आगे इस प्रकार की घटनाएं न हों।"
दिल्ली जल बोर्ड के 74 हजार करोड़ रुपये के घाटे पर उन्होने कहा, “यह सर्वविदित है कि जब से वह सरकार में आए हैं, जल बोर्ड का घाटा 74 हजार करोड़ रुपये हो गया है। दिल्ली के सरकारी संस्थान घाटे में जा रहे हैं, उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हैं, लगातार शिकायतें आ रही हैं, इसके बावजूद उनके (आम आदमी पार्टी के) ऊपर कोई प्रभाव नजर नहीं आ रहा है।"
भाजपा सदस्य ने कहा कि अब जरूरी है कि सदन इस विषय पर बहुत गंभीरता से विचार करे। उन्होंने जानना चाहा कि इन विषयों पर कार्रवाई न करते हुए सरकार क्या कर रही है? उन्होंने सिर्फ बयानबाजी की है। वह इस विषय पर वास्तविकता रखने की स्थिति में ही नहीं हैं।
त्रिवेदी ने पूछा कि उन्होंने दिल्ली सरकार ने इस मद में कितना व्यय किया है? उन्होंने कहा कि "दूसरी चीजों पर" उसने बहुत व्यय किया है, यह सभी जानते हैं।वर्ष 2012-13 में जब कांग्रेस की सरकार थी तो विज्ञापन पर 13-14 करोड़ रुपए व्यय होता था जो आज 568 करोड़ रुपये हो गया है।
उन्होंने कहा, " मैं जानना चाहता हूं कि इमारतों के निर्माण, रखरखाव पर, और सीवरों की सफाई पर इस सरकार ने कितना व्यय किया है? देश की जनता को अधिकार है जानने का कि यदि विज्ञापन पर 50 गुना खर्च हुआ है तो सीवर की सफाई पर, इमारत निर्माण में कितना खर्च हुआ है”।
राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार शाम हुई बारिश से ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया था। पानी में डूबने से यूपीएससी की तैयारी करने वाला दो छात्राओं और एक छात्र की मौत हो गई थी। राजेंद्र नगर थाने में इस मामले में केस दर्ज किया गया है। इस मामले को लेकर संसद के भीतर और बाहर भाजपा दिल्ली सरकार पर हमलावर है।
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