बॉलीवुड: दोस्ती में 'नो सॉरी, नो थैंक्यू' पीयूष मिश्रा के मुंह से यह संवाद सुनकर आपको कैसा लगता?

दोस्ती में 'नो सॉरी, नो थैंक्यू' आज से 35 साल पहले हिंदी सिनेमा के पर्दे पर रिलीज हुई फिल्म 'मैंने प्यार किया' के इस संवाद ने लोगों के दिल में ऐसा घर किया कि आज भी आप इसे वक्त-बेवक्त सुन सकते हैं। संवाद प्यार की परिभाषा की तरह फिल्म के पर्दे पर रची-बुनी गई थी। फिल्म में सलमान खान और भाग्यश्री के बीच का यह संवाद तब भी युवा दिलों में बसा था और आज भी वह वैसे ही अपनी जगह बनाए हुए है।

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-23 03:13 GMT

नई दिल्ली, 23 अगस्त (आईएएनएस)। दोस्ती में 'नो सॉरी, नो थैंक्यू' आज से 35 साल पहले हिंदी सिनेमा के पर्दे पर रिलीज हुई फिल्म 'मैंने प्यार किया' के इस संवाद ने लोगों के दिल में ऐसा घर किया कि आज भी आप इसे वक्त-बेवक्त सुन सकते हैं। संवाद प्यार की परिभाषा की तरह फिल्म के पर्दे पर रची-बुनी गई थी। फिल्म में सलमान खान और भाग्यश्री के बीच का यह संवाद तब भी युवा दिलों में बसा था और आज भी वह वैसे ही अपनी जगह बनाए हुए है।

साल था 1989 का और तारीख थी 23 अगस्त और दिन था बुधवार। वैसे तो बॉक्स ऑफिस के लिए यह दिन कुछ खास नहीं होता है। लेकिन इस साल के लिए तो यह तारीख और दिन खास था। हिंदी सिनेमा के पर्दे पर इसी दिन एक सुपर रोमांटिक फिल्म 'मैंने प्यार किया' रिलीज हुई थी। फिल्म ने रिलीज के साथ ऐसा तहलका मचाया कि फिल्म मेकर को इसको और बेहतरीन स्वरूप देने के लिए इसमें भोजपुरी स्वर कोकिला शारदा सिन्हा की आवाज में एक गाना जोड़ना पड़ा। इस गाने को जोड़कर फिल्म को फिर से पर्दे पर रिलीज किया गया। हालांकि फिल्म उससे पहले ही बॉक्स ऑफिस पर सफलता के झंडे गाड़ चुकी थी और अब तो यह दर्शकों की तरफ से मिलने वाले फिल्म को बोनस में प्यार था।

फिल्मी पर्दे पर रोमांस के लिए अभिनेत्री भाग्यश्री थी और उनके साथ पर्दे पर सलमान खान नजर आए थे। दोनों को इस फिल्म ने रातों रात स्टार बना दिया। हालांकि भाग्यश्री की यह पहली फिल्म थी लेकिन दर्शकों ने इस उस खूबसूरत अभिनेत्री को खूब प्यार दिया। सलमान खान की इसके पहले एक फिल्म 1988 में आई थी 'बीबी हो तो ऐसी', लेकिन सलमान सफलता का स्वाद नहीं चख पाए थे। स्टारडम वाली फीलिंग तो उनसे कोसों दूर थी। लेकिन, सलमान के अंदाज के कायल लोग हो चुके थे और उनके अभिनय के दीवाने बड़ी संख्या में लोग थे। ऊपर से लेखक सलीम का बेटा होना सलमान के लिए एक अलग ही पहचान बना हुआ था।

सलमान के बड़े-बड़े बाल और बिल्कुल चॉकलेटी हीरो जैसा लुक इस फिल्म में रोमांस के सीन के लिए एकदम फिट बैठ रहा था। फिर फिल्म में दर्शकों को भाग्यश्री और सलमान खान के बीच का वह संवाद सुनने को मिला दोस्ती में 'नो सॉरी, नो थैंक्यू' जिसने सिनेमा हॉल को उस वक्त हर शो में तालियों से गुंजायमान कर रखा था। चार्ट बस्टर लिस्ट में फिल्म के गाने कई महीनों तक नंबर एक पर ट्रेंड करते रहे।

इन सबसे अलग एक बात तो तब समझ में आई जब काफी सालों बाद लोगों का पता चला कि इस फिल्म के लिए निर्माता की पसंद सलमान खान नहीं बल्कि पीयूष मिश्रा थे। हां, आप सही समझ रहे हैं वही पीयूष मिश्रा 'एक बगल में चांद होगा, एक बगल में रोटियां' वाले। बेहतरीन अभिनेता, लेखक, कवि, वक्ता, गीतकार, संगीत निर्देशक, गायक और पटकथा लेखक। आज पूरी दुनिया में सलमान की जगह उनके स्टारडम को देखकर लोगों की आंखें चौंधिया रही होती।

पीयूष मिश्रा ने कई बार इस बात का ज़िक्र किया और कहते रहे कि अच्छा हुआ मैंने 'मैंने प्यार किया' में सलमान की जगह नहीं ली नहीं तो शायद आज मैं उस स्टारडम को संभाल नहीं पाता। कोई नहीं जानता कि सूरज बड़जात्या ने फिल्म 'मैंने प्यार किया' में लीड रोल के लिए पीयूष मिश्रा को साइन किया और सलमान खान ने उन्हें रिप्लेस किया लेकिन, पीयूष को इस बात का कभी मलाल नहीं रहा, क्योंकि उन्होंने इस इंडस्ट्री में बहुत काम किया, खूब कमाया और खूब पहचान बनाई। लेकिन, तब इतनी सफलता मिल जाती तो जिस तरह से उस समय के स्टारडम को सलमान खान पचा गए वह शायद ही कर पाते।

हालांकि पीयूष ने कई साक्षात्कार के दौरान यह जिक्र जरूर किया कि मैंने प्यार किया' के मेकर्स की लीड रोल के लिए उनसे बात चल रही थी, पर बात नहीं बनी और फिर सलमान को उस रोल के लिए चुन लिया गया। पीयूष इसको इस तरह कहते रहे कि फिल्म में लीड रोल के लिए उनसे बात चल रही थी, पर कुछ भी फाइनल नहीं हुआ था। वह यह भी बताते रहे कि तब तो वह एनएसडी में थे। हालांकि इस बात को लेकर लोगों के द्वारा जब कई बार यह कहते सुना गया कि पीयूष मिश्रा सलमान की जगह इस फिल्म का हिस्सा थे तो उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि ऐसा नहीं था। इस रोल को लेकर उनकी बातचीत सूरज बड़जात्या के पिता से हुई थी वह उनसे मिलने भी आए थे लेकिन उन्हें कास्ट नहीं किया था। तब वह एनएसडी में तृतीय वर्ष में थे जब यह सब कुछ हुआ। पीयूष बताते रहे कि यह तो रोल के लिए एकदम शुरुआती बातचीत थी, जो सामान्यतः होती है लेकिन इसे बेवजह तूल दिया गया।

पीयूष मिश्रा ने कहा कि हां, कई बार यह कहकर उन्हें उकसाने की कोशिश की गई लेकिन, सत्यता तो वही जानते थे और आज भी जानते हैं। ऐसे में सवाल आज भी कायम है कि पीयूष मिश्रा और भाग्यश्री के बीच अगर यह संवाद इतने रोमांटिक अंदाज में पर्दे पर बोला गया होता कि दोस्ती में 'नो सॉरी, नो थैंक्यू' तो क्या दर्शकों का रिएक्शन तब भी ऐसा ही होता जैसा सलमान और भाग्यश्री के बीच किए गए संवाद का है।

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