राजनीति: एलन मस्क ने एक दिन में 640 मिलियन वोटों की गिनती के लिए भारत को सराहा, अमेरिका पर कसा तंज
टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने दो राज्य विधानसभा चुनावों और उपचुनावों की मतगणना एक ही दिन में संपन्न होने के बाद भारतीय चुनाव प्रणाली की सराहना की है। साथ ही उन्होंने अमेरिका की इस प्रक्रिया पर कटाक्ष भी किया, जहां कैलिफोर्निया में अभी तक मतदान की घोषणा नहीं हुई है।
वाशिंगटन, 24 नवंबर (आईएएनएस)। टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने दो राज्य विधानसभा चुनावों और उपचुनावों की मतगणना एक ही दिन में संपन्न होने के बाद भारतीय चुनाव प्रणाली की सराहना की है। साथ ही उन्होंने अमेरिका की इस प्रक्रिया पर कटाक्ष भी किया, जहां कैलिफोर्निया में अभी तक मतदान की घोषणा नहीं हुई है।
मस्क ने एक्स पर लिखा, 'भारत ने एक दिन में 640 मिलियन वोटों की गिनती कर ली है, जबकि कैलिफोर्निया अभी भी वोटों की गिनती कर ही रहा है।"
मस्क ने ये टिप्पणी उस एक्स पोस्ट पर दी जिसका शीर्षक था कि भारत ने एक दिन में 640 मिलियन वोटों की गिनती की।
मस्क ने ऐसे ही एक दूसरी पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी। उस पोस्ट में लिखा था कि भारत ने एक दिन में 640 मिलियन वोट गिने और कैलिफोर्निया 18 दिन बाद भी 15 मिलियन वोट नहीं गिन पाया है। इस पर मस्क ने लिखा- दुखद।
खबरों की मानें तो राष्ट्रपति चुनाव संपन्न होने के 2 हफ्ते बाद भी कैलिफोर्निया में अभी भी 300,000 से अधिक मतों की गिनती होनी बाकी है।
डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिकी चुनावों का विजेता घोषित किए हुए कई सप्ताह हो चुके हैं। ट्रंप अब जनवरी अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।
कैलिफोर्निया अमेरिका का सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है, जहां लगभग 39 मिलियन निवासी रहते हैं। 5 नवंबर को हुए मतदान में कम से कम 16 मिलियन मतदाताओं ने भाग लिया। हालांकि, हाल के वर्षों में यह चुनाव परिणामों की गणना और रिपोर्ट करने में सबसे धीमे राज्यों में से एक रहा है। देरी मुख्य रूप से इसके विशाल आकार और मेल-इन वोटिंग के कारण है।
चुनाव अधिकारियों के अनुसार, मतदान की घोषणा करने में कई सप्ताह लग सकते हैं, ऐसा ही कुछ 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में हुआ था।
कैलिफोर्निया के चुनाव मुख्य रूप से मेल-इन वोटिंग पर निर्भर करते हैं, जिसके लिए व्यक्तिगत मतदान की तुलना में प्रक्रिया करने में अधिक समय और प्रयास की आवश्यकता होती है।
प्रत्येक मेल-इन मतपत्र को व्यक्तिगत सत्यापन और प्रोसेसिंग से गुजरना पड़ता है, एक ऐसी प्रक्रिया जो मतदान केंद्रों पर मतपत्रों को स्कैन करने की तुलना में अधिक समय लेती है।
यह पहली बार नहीं है जो मस्क ने भारत को सराहा है। इससे पहले 17 अक्टूबर को, मस्क ने नीलामी के बजाय प्रशासनिक रूप से सैटेलाइट ब्रॉडबैंड के लिए स्पेक्ट्रम आवंटित करने के भारतीय सरकार के फैसले की सराहना की थी।
मस्क ने एक्स पर लिखा था, " सराहनीय कदम। हम भारत के लोगों की सेवा करने के लिए अपनी पूरी कोशिश करेंगे।"
मस्क दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की इस घोषणा पर प्रतिक्रिया दे रहे थे कि भारत सैटेलाइट ब्रॉडबैंड के लिए स्पेक्ट्रम (एयरवेव) का आवंटन प्रशासनिक तरीके से करेगा, न कि नीलामी के माध्यम से।
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