पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत मंडपम में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों और उपलब्धियों की प्रदर्शनी को देखा
- पीएम मोदी ने देशवासियों की शुभकामनाएं दी
- राष्ट्रपति के साथ केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और ISRO चीफ एस सोमनाथ भी मौजूद
- चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग की याद में मनाया जाता है राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस
- इस बार की थीम चंद्रमा को छूते हुए जीवन को छूना: भारत की अंतरिक्ष गाथा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पहले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर भारत मंडपम में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी देखा। उनके साथ केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह और ISRO के अध्यक्ष एस सोमनाथ भी मौजूद रहे।
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस की थीम: चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग की याद में, इस वर्ष राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस की थीम है 'चंद्रमा को छूते हुए जीवन को छूना: भारत की अंतरिक्ष गाथा' है। यह समाज और प्रौद्योगिकी पर अंतरिक्ष अन्वेषण के महत्व पर जोर देता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग की याद में मनाए जाने वाले पहले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। पीएम ने अपने ट्विट में लिखा प्रथम राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर सभी को बधाई। हम अंतरिक्ष क्षेत्र में अपने देश की उपलब्धियों को बड़े गर्व के साथ याद करते हैं। यह हमारे अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के योगदान की सराहना करने का भी दिन है। हमारी सरकार ने इस क्षेत्र से संबंधित कई भविष्योन्मुखी निर्णय लिए हैं और आने वाले समय में हम और भी अधिक करेंगे।
आपको बता दें बीते साल 23 अगस्त, 2023 को भारत चंद्रमा पर उतरने वाला चौथा देश और उसके दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में पहुंचने वाला पहला देश बना था। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक सफलता और उपलब्धि का सम्मान करने के लिए 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। भारत में आज 23 अगस्त को पहले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया जा रहा है, इस मौके पर अंतरिक्ष विभाग पूरे देश में कई समारोह आयोजित कर रहा है।