सोनिया गांधी नहीं मनाएंगी अपना जन्मदिन, महिला अपराधों से दुखी होकर लिया फैसला
सोनिया गांधी नहीं मनाएंगी अपना जन्मदिन, महिला अपराधों से दुखी होकर लिया फैसला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का सोमवार को जन्मदिन है। वह 73 साल की हो जाएंगी। हालांकि वह इस बार अपना बर्थडे सेलिब्रेट नहीं करेंगी। देश के विभिन्न हिस्सों में बलात्कार की घटनाओं और दिल्ली में आग से गई 43 लोगों की जिन्दगी के चलते उन्होंने ये फैसला लिया है। कांग्रेस के करीबी सूत्रों ने कहा कि वह देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध से दुखी हैं।
हाल के दिनों में देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध की कई घटनाएं सामने आई है जिसने पूरे देश को झकझोर के रख दिया। तेलंगाना में एक वैटिनरी डॉक्टर के साथ गैंगरेप और हत्या की वारदात सामने आई थी। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस चारों आरोपियों को रिक्रिएशन के लिए घटनास्थल पर लेकर गई थी, लेकिन आरोपियों ने पुलिस के हथियार छीनकर भागने का प्रयास किया। इसके बाद पुलिस ने उनका एनकाउंटर कर दिया था।
इसी तरह की एक और घटना उन्नाव में सामने आई थी जहां पर रेप पीड़िता को 5 आरोपियों ने जिंदा जला दिया था। गुरुवार सुबह 4 बजे उन्नाव गैंगरेप पीड़िता दुष्कर्म के मामले में होने वाली सुनवाई के लिए रायबरेली की एक अदालत जाने के लिए निकली थी। उसे उन्नाव के बैसवारा बिहार रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ना था। इसी दौरान उस पर दरिंदों ने हमला किया और प्रेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया।
बता दें कि सोनिया गांधी ने 1998 में पार्टी अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला और 2017 में इस्तीफा दे दिया। इसके बाद उनके बेटे राहुल गांधी ने पार्टी की कमान संभाली, लेकिन 2019 में मिली चुनावी हार के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इस वजह से एक बार फिर सोनिया गांधी को पार्टी की कमान संभालना पड़ा। सोनिया गांधी के कार्यकाल के दौरान, कांग्रेस ने 2004 से 2014 तक लगातार सरकार बनाई, लेकिन 2014 में उनके नेतृत्व में पार्टी को हार का सामना करना पड़ा।
पार्टी ने संसद में और बाहर महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को मुद्दा बनाकर सरकार के खिलाफ आक्रामक मुद्रा अपनाई है। सरकार की नीतियों और आर्थिक मंदी के खिलाफ पार्टी 14 दिसंबर को एक रैली का आयोजन कर रही है।