केरल पहुंचा साउथ वेस्ट मानसून, मौसम विभाग ने की आधिकारिक घोषणा
केरल पहुंचा साउथ वेस्ट मानसून, मौसम विभाग ने की आधिकारिक घोषणा
डिजिटल डेस्क, तिरुवनंतपुरम। भीषण गर्मी से तप रहे देश के कई शहरों के लिए राहत भरी खबर है। मौसम विभाग ने मंगलवार को मानसून के केरल पहुंचने की आधिकारिक घोषणा कर दी। अब अगले 24 घंटे के मानसून के केरल में छाने की उम्मीद है। आज केरल सहित दक्षिण के तटवर्ती इलाकों में बारिश शुरू हो गई है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में केरल के कुछ भागों में तेज बारिश होगी। साथ ही तमिलनाडु, बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर के बाकी हिस्सों में भी तेज बारिश के आसार हैं। कयास हैं कि जून में देश के 80 फीसदी हिस्से में मानसून सक्रिय हो जाएगा।
Southwest Monsoon has set in over Kerala today, 3 days ahead of its normal date, says MET Department. pic.twitter.com/HRUBC7HcV4
— ANI (@ANI) May 29, 2018
मौसम विभाग ने की आधिकारिक घोषणा
आईएमडी ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मंगलवार को दक्षिण पश्चिम मानसून, दक्षिण पूर्व अरब सागर, कोमोरिन - मालदीव क्षेत्र, पूरे लक्षद्वीप, केरल के अधिकांश हिस्सों, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों और बंगाल के मध्य और पूर्वोत्तर खाड़ी के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है। इस प्रकार दक्षिण पश्चिम मानसून ने केरल में अपनी सामान्य तारीख से 3 दिन पहले पहुंच गया है। अगले 48 घंटे में मानसून के केंद्रीय अरब सागर के कुछ हिस्सों, दक्षिण केरल के कुछ हिस्सों, केरल के शेष हिस्सों, तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, पूर्व केंद्रीय-बंगाल की पूर्वोत्तर खाड़ी के कुछ हिस्सों और उत्तर पूर्वी राज्यों के कुछ हिस्सों में बढ़ने की संभावना है।
सोमवार को स्काईमेट ने दी थी मानसून की आमद की खबर
इससे पहले मौसम का पुर्वानुमान लगाने वाली प्राइवेट कंपनी स्काइमेट ने सोमवार को कहा था कि दक्षिण-पश्चिम मानसून ने सोमवार को केरल में दस्तक दे दी है। इसके साथ ही देश में मानसून की शुरुआत हो चुकी है। स्काइमेट के CEO जतिन सिंह ने कहा कि ""मॉनसून के जैसी स्थिति केरल में दिखाई दे रही है। हम कह सकते है कि वार्षिक वर्षा के मौसम का आगाज हो गया है।"" इससे पहले स्काइमेट ने अपने पुर्वानुमान में कहा था कि 28 मई को मानसून केरल कोस्ट को हिट करेगा। जबकि आईएमडी ने मानसून के केरल हिट करने की तारीख 29 मई दी थी।
इन स्थितियों में की जाती है मानसून की घोषणा
आईएमडी के अनुसार अगर 10 मई के बाद केरल में स्थापित 14 मौसम निगरानी केंद्रों मिनीकॉय, अमीनी, तिरुवनंतपुरम, पुनालूर, कोल्लम, अलापुझा, कोट्टायम, कोच्चि, त्रिशूर, कोझिकोड ,थल्लासरी, कन्नूर, कुडुलु और मेंगलोर में से 60 प्रतिशत में लगातार दो दिन 2.5 मिली मीटर या उससे अधिक की वर्षा दर्ज की जाती है, तो दूसरे दिन केरल में मानसून के प्रवेश की घोषणा की जा सकती है।
इसके अलावा मानसून के आगमन के लिए अन्य पैरामीटर की बात करे तो पश्चिमी हवाएं सी लेवल से 15,000 फीट ऊपर होनी चाहिए और लॉन्ग वेव रेडिएशन 200 wm-2 (वाट प्रति वर्ग मीटर) से कम होना चाहिए।