बिहार में मानवता शर्मसार, बाढ़ में मरने वालों की लाशों को पानी में फिंकवा रहा प्रशासन
बिहार में मानवता शर्मसार, बाढ़ में मरने वालों की लाशों को पानी में फिंकवा रहा प्रशासन
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में एक तरफ लोग बाढ़ से परेशान है और अब तक कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं तो वहीं दूसरी तरफ प्रशासन बाढ़ में मरने वालों की लाश को पानी में फेंककर ठिकाने लगा रहा है और ये सब पुलिस की मौजूदगी में ही किया जा रहा है। बिहार के मीरगंज पुल पर पुलिस और आपदा प्रबंधन के लोग बाढ़ में मरे हुए लोगों की लाश को ट्रैक्टर में लाद कर लेकर आए और फिर उसे पुल में फेंक दिया। ये सब हरकत कैमरे में भी कैद हो गई, जिसमें साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि कैसे लाशों को पानी में फेंक दिया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले दिनों प्रदेश के अररिया जिले में आई बाढ़ के बाद 17 लोगों की लाशों को बरामद किया गया था, जिनमें से 4 नेपाल के रहने वाले थे। पूरे प्रदेश में बाढ़ के कारण लोगों को अंतिम संस्कार करने के लिए जमीन तक नहीं मिल पा रही है। ऐसे में प्रशासन ने आधा दर्जन से ज्यादा अज्ञात लाशों को जोगबनी-फारबिसगंज के बीच बने मीरगंज पुल में बहा दिया। प्रशासन इन लाशों को पहले एक ट्रेक्टर में लादकर लेकर आए और बाद में इस पुल में पानी के तेज बहाव में इन लाशों को फेंक दिया। इसमें खास बात ये है कि इस शर्मनाक हरकत में जोगबनी पुलिस भी साथ दे रही है। इस तरह से लाशों को पानी में फेंकने से इलाके में महामारी फैलने का खतरा भी बढ़ गया है।
सरकार ने कहा- दोषियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
वहीं इस मामले के सामने आने के बाद सरकार ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भरोस दिलाया है। अररिया जिले के प्रभारी और ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद का कहना है कि इस पूरे मामले में डीएम से बात की गई है और उन्हें इसकी पूरी रिपोर्ट आपदा प्रबंधन विभाग को भेजने को कहा गया है। वहीं विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि अररिया के डीएम से इस मामले में रिपोर्ट मांगी गई है। उन्होंने बताया कि विभाग की तरफ से अंतिम संस्कार के लिए पैसे भी दिए जाते हैं।