पायलट vs गहलोत: सचिन पायलट पर एक्शन से संकट में कांग्रेस, 500 युवा नेताओं ने छोड़ी कांग्रेस

पायलट vs गहलोत: सचिन पायलट पर एक्शन से संकट में कांग्रेस, 500 युवा नेताओं ने छोड़ी कांग्रेस

Bhaskar Hindi
Update: 2020-07-15 04:21 GMT
पायलट vs गहलोत: सचिन पायलट पर एक्शन से संकट में कांग्रेस, 500 युवा नेताओं ने छोड़ी कांग्रेस
हाईलाइट
  • अपने नेता को सभी पदों से हटाए जाने से नाराज हैं समर्थक
  • टोंक जिला कांग्रेस कमेटी से कई युवा नेताओं ने दिया इस्तीफा
  • पायलट पर एक्शन के बाद कांग्रेस में इस्तीफों का दौर जारी

डिजिटल डेस्क, जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस हाईकमान ने सचिन पायलट को कल (मंगलवार) पार्टी के सभी पदों से बर्खास्त कर दिया है। पायलट के खिलाफ इस एक्शन से उनके समर्थकों में खासी नाराजगी देखी जा रही है। राजस्थान कांग्रेस में अब इस्तीफों की झड़ी लग चुकी है। पार्टी में बूथ स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक कई नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। सभी का कहना है कि पार्टी ने उनके युवा नेता के साथ सही नहीं किया है। 

नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यू पूनियां ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राज्य के पाली जिला से कांग्रेस प्रमुख चुन्नीलाल चड़वास ने अपना पद छोड़ चुके हैं। वहीं, टोंक जिले में पार्टी के 59 पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है। 

एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया ने कहा कि युवक कांग्रेस, राष्ट्रीय भारतीय छात्र संघ (एनएसयूआई) और सेवा दल में विभिन्न पदों पर रहे लगभग 400 से 500 सदस्यों ने पायलट के खिलाफ एक्शन लिए जाने के विरोध में इस्तीफा दे चुके हैं। इस बीच, पायलट के निर्वाचन क्षेत्र टोंक में 50 से ज्यादा कांग्रेसजनों ने भी अपने नेता पर कार्रवाई के खिलाफ इस्तीफा दे दिया है। 

उधर, पायलट ने अपने एक ट्वीट में कहा, आज मेरे समर्थन में जो लोग आए हैं, उन सभी को मेरा हार्दिक धन्यवाद और आभार। राम राम सा।

इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए पूनिया ने लिखा, हमें गुलामी को हराना है और संघर्ष को जिताना है। राजस्थान का पायलट।पूनिया ने कहा कि उन्होंने सचिन पायलट के समर्थन में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने ट्विटर पर कहा, हमारी अंतरात्मा जीवित, ये हमारा आत्मसम्मान है। सचिन पायलट के साथ।

कांग्रेस ने मंगलवार को सचिन पायलट को राजस्थान के उपमुख्यमंत्री पद और पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख पद से हटा दिया। साथ ही उनके वफादार विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को भी राज्य कैबिनेट से हटा दिया। पायलट पर कार्रवाई के खिलाफ राज्य के गुर्जर समुदाय बहुल कई इलाकों में प्रदर्शन किए जाने की भी खबरें आ रही हैं। गुर्जर बहुल दौसा, अजमेर, टोंक, सवाई माधोपुर और भरतपुर में किसी अप्रिय घटना को टालने के लिए हाईअलर्ट घोषित कर दिया गया है।

Tags:    

Similar News