Kisan Rail: पीएम मोदी ने 100वीं किसान रेल को हरी झंडी दिखाई, बोले- हम सही रास्ते पर, हमारी नीयत साफ और नीति स्पष्ट
Kisan Rail: पीएम मोदी ने 100वीं किसान रेल को हरी झंडी दिखाई, बोले- हम सही रास्ते पर, हमारी नीयत साफ और नीति स्पष्ट
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 100वीं किसान रेल को हरी झंडी दिखाई
- रेल महाराष्ट्र के संगोला से पश्चिम बंगाल के शालीमार तक जाएगी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को 100वीं किसान रेल को हरी झंडी दिखाई। यह रेल महाराष्ट्र के संगोला से पश्चिम बंगाल के शालीमार तक जाएगी। अब तक की 99 किसान रेल 14 राज्यों में चली हैं। किसान रेल में चलता फिरता कोल्ड स्टोरेज है। यानि इसमें फल हो, सब्ज़ी हो, दूध हो, मछली हो, यानि जो भी जल्दी खराब होने वाली चीजें हैं, वो पूरी सुरक्षा के साथ एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाई जाती है। बता दें कि अगस्त महीने में किसानों को पूरी तरह समर्पित पहली रेल शुरू की गई थी।
किसान रेल से लाखों छोटे किसानों को बड़ा विकल्प मिला
किसान रेल को हरी झंडी दिखाने के बाद पीएम मोदी ने कहा, "अनानास, लीची, केला, मछली, बंगाल में इसकी कमी नहीं है। समस्या इन्हें देश के मार्केट में पहुंचाने की है। किसान रेल से बंगाल के लाखों छोटे किसानों को बहुत बड़ा विकल्प मिला है। स्थानीय बाजार के छोटे व्यापारियों को भी विकल्प मिला है। वो किसान से ज्यादा दाम में ज्यादा माल खरीदकर किसान रेल के जरिए दूसरे राज्यों में बेच सकते हैं।"
पीएम मोदी ने कहा, ये मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि हम सही रास्ते पर हैं, हमारी नीयत साफ है और नीति स्पष्ट है। शुरुआत में किसान रेल साप्ताहिक थी, कुछ ही दिनों में ऐसी रेल की मांग इतनी बढ़ गई कि अब सप्ताह में तीन दिन ये रेल चलानी पड़ रही है। सोचिए इतने कम समय में 100वीं किसान रेल, ये कोई साधारण बात नहीं है। ये स्पष्ट है संदेश है कि देश का किसान क्या चाहता है।
रेल का मालभाड़ा ट्रक के मुकाबले 1700 रुपए कम
मोदी ने कहा, "रेल का मालभाड़ा ट्रक के मुकाबले 1700 रुपए कम है। किसान रेल में सरकार 50 फीसदी छूट दे रही है। किसान रेल जैसी सुविधाएं मिलने से ज्यादा दाम वाले, ज्यादा पोषक फसलों के उत्पादन के लिए प्रोत्साहन बढ़ेगा। छोटा किसान इसलिए नहीं जुड़ पाता था, क्योंकि उसे कोल्ड स्टोरेज और बड़े मार्केट मिलने में दिक्कत होती थी। दूर तक बाजार में पहुंचाने में किराया-भाड़ा में ही काफी खर्च हो जाता था। 3 साल पहले हमारी सरकार ने टमाटर, प्याज और आलू के ट्रांसपोर्टेशन के लिए 50 फीसदी सब्सिडी दी थी। अब इसे दर्जनों फल और सब्जियों के लिए बढ़ा दिया है।"
ये काम किसानों की सेवा के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दिखाता है
पीएम ने कहा, ये काम किसानों की सेवा के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दिखाता है। ये इस बात का भी प्रमाण है कि हमारे किसान नई संभावनाओं के लिए कितनी तेजी से तैयार हैं। किसान, दूसरे राज्यों में भी अपनी फसलें बेच सकें, उसमें किसान रेल और कृषि उड़ान की बड़ी भूमिका है। मुझे बहुत संतोष है कि देश के पूर्वोत्तर के किसानों को कृषि उड़ान से लाभ होना शुरू हो गया है। किसान रेल से किसानों को लाभ मिल रहा है और खर्च भी कम हो रहे हैं।
नई टेक्नॉलॉजी का भारतीय कृषि में समावेश
पीएम मोदी ने कहा कि कृषि से जुड़े एक्सपर्ट्स और दुनिया भर के अनुभवों और नई टेक्नॉलॉजी का भारतीय कृषि में समावेश किया जा रहा है। स्टोरेज से जुड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर हो या फिर खेती उत्पादों में वैल्यू एडिशन से जुड़े प्रोसेसिंग उद्योग, ये हमारी सरकार की प्राथमिकता हैं। पीएम कृषि संपदा योजना के तहत मेगा फूड पार्क्स, कोल्ड चेन इंफ्रास्ट्रक्चर, एग्रो प्रोसेसिंग क्लस्टर, ऐसे करीब साढ़े 6 हजार प्रोजेक्ट स्वीकृत किए गए हैं। इनमें से अनेक प्रोजेक्ट पूरे हो चुके हैं और लाखों किसान परिवारों को उसका लाभ मिल रहा है। आत्मनिर्भर अभियान पैकेज के तहत माइक्रो फूड प्रोसेसिंग उद्योगों के लिए 10 हज़ार करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं।