सभी दलों के साथ पीएम की बैठक शुरू, नहीं आए माया, ममता, अखिलेश और केजरीवाल

सभी दलों के साथ पीएम की बैठक शुरू, नहीं आए माया, ममता, अखिलेश और केजरीवाल

Bhaskar Hindi
Update: 2019-06-19 02:20 GMT
हाईलाइट
  • सभी दलों के प्रमुखों को बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है 
  • 'एक राष्‍ट्र
  • एक चुनाव' के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को एक राष्‍ट्र, एक चुनाव के मुद्दे पर सभी राजनीतिक दलों की बैठक ले रहे हैं। बैठक के लिए उन सभी दलों के प्रमुखों को आमंत्रित किया गया था जिनका लोकसभा या राज्यसभा में कम से कम एक सदस्य है। पीएम ने यह बैठक बजट सत्र से ठीक पहले बुलाई है। सभी राजनीतिक दलों की इस बैठक में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के मुद्दे पर चर्चा की जा रही है। इसके आलवा 2022 में आजादी के 75वें वर्ष के जश्न और महात्मा गांधी के इस साल 150वें जयंती वर्ष को मनाने समेत कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। बैठक में बसपा प्रमुख मायावती, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी और आम आदमी प्रमुख अरविंद केजरीवाल शामिल नहीं हुए हैं।

कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा, जहां तक मुझे पता है हमारी पार्टी बैठक में भाग नहीं ले रही है। वहीं बसपा सुप्रीमों मायावती बैठक में शामिल नहीं होंगी। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, "किसी भी लोकतांत्रिक देश में चुनाव कभी कोई समस्या नहीं हो सकती है और न ही चुनाव को कभी धन के व्यय-अपव्यय से तौलना उचित है। देश में "एक देश, एक चुनाव’ की बात वास्तव में गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, बढ़ती हिंसा जैसी ज्वलंत राष्ट्रीय समस्याओं से ध्यान बांटने का प्रयास व छलावा मात्र है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जगह राघव चड्ढा बैठक में शामिल होंगे। चंद्रबाबू नायडू ने भी बैठक में शामिल नहीं होंगे। उनकी जगह बैठक में जयदेव गल्ला पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे। डीएमके चीफ स्टालिन भी बैठक में शामिल होने से इनकार कर चुके हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी बैठक में शामिल होने से इनकार कर चुकी हैं। उन्होंने संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी को मंगलवार को एक पत्र लिखकर यह जानकारी दी। ममता ने लिखा है, सरकार "एक राष्ट्र, एक चुनाव" पर जल्दबाजी में फैसला लेने के बजाय इस पर श्वेतपत्र तैयार करे। ममता ने कहा, पिछड़े जिलों के विकास के मुद्दे पर टीएमसी पहले ही अपने विचार उनके सामने रख चुकी है। ममता इसके लिए कुछ जिलों के चुनाव के समर्थन में नहीं हैं क्योंकि इससे राज्य के सभी जिलों का संतुलित विकास का लक्ष्य पूरा नहीं होगा। 

ममता बनर्जी ने यह भी कहा, वह और उनका दल 2022 में आजादी के 75 वर्ष पूरे होने और महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष के समारोह में बढ़-चढ़ कर भाग लेंगे, लेकिन संसद में कामकाज का मामला निचले सदन से जुड़ा है और संबंधित मंत्रालयों को इससे निपटना चाहिए। बता दें कि ममता पिछले सप्ताह नीति आयोग की बैठक में भी शामिल नहीं हुई थीं।

टीआरएस अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव भी पीएम की इस बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे। टीआरएस के एक वरिष्ठ नेता ने मंगलवार को बताया, पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के बेटे केटी रामा राव बैठक में टीआरएस का प्रतिनिधित्व करेंगे। गौरतलब है कि, चंद्रशेखर राव प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल नहीं हुए थे। पिछले सप्ताह नीति आयोग की बैठक में भी उन्होंने हिस्सा नहीं लिया था।
 

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