मप्र एटीएस ने भोपाल से 4 बांग्लादेशी आतंकवादी को किया गिरफ्तार, आतंकी समूह जमात-उल-मुजाहिदीन से जुडे़ मिले तार
साजिश से पहले ही बड़ा खुलासा मप्र एटीएस ने भोपाल से 4 बांग्लादेशी आतंकवादी को किया गिरफ्तार, आतंकी समूह जमात-उल-मुजाहिदीन से जुडे़ मिले तार
- भोपाल में आतंकी साजिश का हुआ भंंडाफोड़
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश एटीएस ने भोपाल से 4 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया है। जो कथित रूप से आतंकी समूह जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) से जुड़े थे। एएनआई न्यूज एजेंसी के मुताबिक मध्य प्रदेश एटीएस द्वारा संदिग्ध ठिकानों पर दबिश देकर चार व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है। इन चारों से प्रारम्भिक पूछताछ में बांग्लादेश का निवासी पाया गया है। जो कि भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-मुजाहिद्दीन-बांग्लादेश के सदस्य होकर जेहादी गतिविधियों में संलिप्त थे। जिसके लिए वह एक रिमोट बेस स्लीपर सेल तैयार कर रहे थे। जिनके द्वारा भविष्य में गंभीर देशविरोधी घटनाओं को अंजाम दे सकते थे।
— ANI (@ANI) March 13, 2022
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट कर दी जानकारी
मध्य प्रदेश सरकार में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट किया कि भोपाल में पकड़े गए संदिग्ध प्रतिबंधित संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन JMB बांग्लादेश से जुड़े हैं। पकड़े गए संदिग्धों से बड़ी मात्रा में जिहादी साहित्य, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं। जांच शुरु हो गई है और आतंक फैलाने की किसी भी कोशिश से सख्ती से निपटा जाएगा।
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) March 13, 2022
इन आतंकियों को एसटीएफ ने लिया हिरासत में
जिन बांग्लादेशी आंतकियों को मध्यप्रदेश एसटीएफ ने हिरासत में लिया है उनका नाम फजहर अली उर्फ मेहमूद उम्र करीब 32 वर्ष, मोहम्मद अकील उर्फ अहमद उम्र करीब 24 साल, जहूरउद्दीन उर्फ इब्राहिम उर्फ मिलोन पठान उम्र करीब 28 साल तथा फजहर जैनुल आबदीन उर्फ अकरम अल हसन हैं। इन सभी आरोपियों के पास भारी मात्रा में जेहादी साहित्य, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं। जांच में पाया गया है कि ये सभी आरोपी जमात-ए-मुजाहिद्दीन-बांग्लादेश का सक्रिय सदस्य है।
जानें आतंकी संगठन जमात-ए-मुजाहिद्दीन-बांग्लादेश के बारें में
जमात-ए-मुजाहिद्दीन-बांग्लादेश(JMB) एक आतंकी संगठन है। इस खूंखार आतंकी संगठन ने साल 2005 में बांग्लादेश के 50 शहरों व कस्बों के करीब 300 स्थानों पर लगभग 500 छोटे बम विस्फोट किए थे। साथ ही बांग्लादेश में बड़े स्तर पर नरसंहार किया था। साल 2014 में इसी आतंकी संगठन ने पश्चिम बंगाल के वर्धमान में बम ब्लास्ट किया, जिसमें दो लोग मारे गए थे। फिर चार साल बाद 2018 में इस आतंकी संगठन ने बोधगया में बम ब्लास्ट किया था।
जेएमबी आतंकी संगठन के द्वारा देश में आतंकी घटनाओं के अंजाम के कारण भारत सरकार ने साल 2019 में इसे पांच साल के लिए प्रतिबंधित संगठन घोषित कर दिया है। सरकार के द्वारा प्रतिबंध के बावजूद भी जेएमबी के सदस्यों के द्वारा स्लीपर सेल तैयार करने के प्रयास किए जा रहे हैं। ताकि आगे आतंकवादी घटनाएं कराई जा सकें। पकड़े गए आरोपी इसी स्लीपर सेल का हिस्सा थे और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे।