मप्र: राज्यपाल टंडन के निधन से सियासी हलकों में शोक की लहर, राजनेताओं ने दी श्रद्धांजलि
मप्र: राज्यपाल टंडन के निधन से सियासी हलकों में शोक की लहर, राजनेताओं ने दी श्रद्धांजलि
- मप्र में राज्यपाल टंडन के निधन पर शोक की लहर
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर सियासी हलकों में शोक की लहर है। तमाम बड़े नेताओं ने टंडन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है। टंडन काफी समय से बीमार चल रहे थे और लखनऊ के एक अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था।
राज्यपाल टंडन के निधन की खबर मिलते ही राज्य के सियासी जगत में शोक की लहर दौड़ गई। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के राज्यपाल रहते हुए लालजी टंडन ने हमें सदैव सन्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। राष्ट्र के प्रति उनके प्रेम और प्रगति हेतु योगदान को चिरकाल तक याद रखा जाएगा।
उन्होंने आगे कहा, आत्मा अजर-अमर है। वे आज हमारे बीच नहीं हैं परंतु अपने सुविचारों द्वारा वे हमारी स्मृतियों में सदैव जीवित रहेंगे। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वे दिवंगत आत्मा को शांति दें और शोकाकुल परिजनों को इस वज्रपात को सहने की शक्ति प्रदान करें।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने राज्यपाल टंडन के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, टंडन सिर्फ राज्यपाल नहीं थे बल्कि राजय के पालक की भूमिका में थे। राज्य में उन्होंने सभी वर्ग के मार्गदर्शक की भूमिका निभाई। भारतीय राजनीति में सच्चे अथरें में कहें तो पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के राजनीतिक और स्वाभाविक दृष्टि से सच्चे उत्तराधिकारी लालजी टंडन थे।
श्री लालजी टंडन सच्चे अर्थों में श्रद्धेय अटल जी के राजनैतिक एवं व्यवाहरिक दृष्टि से उत्तराधिकारी थे। मेरे लिए यह एक व्यक्तिगत क्षति है, उनका स्नेह एवं मार्गदर्शन मुझे मिलता रहा है।
— VD SHARMA (@vdsharmabjp) July 21, 2020
मध्यप्रदेश भाजपा परिवार की ओर से श्रद्धेय श्री लालजी टंडन जी को भावभीनी श्रद्धांजलि।
राज्य के लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव ने राज्यपाल के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा सभासद से संसद और संसद से राजभवन का सफर तय करने वाले श्री टंडनजी की पहचान एक बेबाक राजनेता के रूप में होती थी। भाजपा के विकास और विस्तार में उनका योगदान अतुलनीय है। उनके निधन से हमने कुशल राजनेता ओर मार्गदर्शक खो दिया है।
मुझे हमेशा आदरणीय लालजी टंडन का मार्गदर्शन मिलता रहा। सभासद से संसद और संसद से राजभवन का सफर तय करने वाले श्री टंडनजी की पहचान एक बेबाक राजनेता के रूप में होती थी। @bjp4india के विकास और विस्तार में उनका योगदान अतुलनीय है। उनके निधन से हमने कुशल राजनेता ओर मार्गदर्शक खो दिया है।
— Gopal Bhargava (@bhargav_gopal) July 21, 2020
छिंदवाड़ा से कांग्रेस के सांसद नकुल नाथ ने अपने शोक संदेश में कहा कि राज्यपाल टंडन के निधन पर मेरी शोक संवदेनाएं हैं। ईश्वर से उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान और उनके परिजनों केा यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।