केंद्र सरकार का एजेंडा अब सिर्फ राजनीति, अर्थव्यवस्था नहीं: ममता बनर्जी
केंद्र सरकार का एजेंडा अब सिर्फ राजनीति, अर्थव्यवस्था नहीं: ममता बनर्जी
- मोदी सरकार का एजेंडा अर्थव्यवस्था और विकास से बदलकर सिर्फ राजनीति हो गया है
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल की वृद्धि दर (12.58 फीसदी) भारत में सबसे ज्यादा होने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को मोदी सरकार पर निशाना साधा। ममता बनर्जी ने मोदी सरकार द्वारा अपना एजेंडा अर्थव्यवस्था और विकास से बदल कर ‘सिर्फ राजनीति’ पर लाने को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की।
ममता बनर्जी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, यह हर किसी के लिए है कि हमारा देश अभी जिस स्थिति में खड़ा है, उसे देखें और महसूस करें। सरकार का एजेंडा अर्थव्यवस्था और विकास से बदलकर राजनीति, राजनीति और सिर्फ राजनीति हो गया है। उन्होंने सबसे अधिक वृद्धि दर के लिए राज्य के लोगों को बधाई दी और कहा, पश्चिम बंगाल ने देश में वृद्धि दर में नंबर एक स्थान हासिल किया है। ममता ने लिखा, भारत सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, पश्चिम बंगाल की वित्त वर्ष 2018-19 के लिए वृद्धि दर 12.58 है। यह भारत में सबसे ज्यादा है।
West Bengal achieves No 1 position in the country in growth rate.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) 11 अगस्त 2019
As per reports of Govt of India, growth rate of West Bengal for the financial year 2018-19 is 12.58%, the highest in India.
My heartiest congratulations to all.
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ममता के अनुसार, राज्य की उपलब्धि केंद्र सरकार की नीतिगत कमियों व गहरी मंदी की स्थिति के विपरीत है। देश की जीडीपी वृद्धि दर 2018-19 की चौथी तिमाही में गिर कर 5.8 फीसदी रही है, यह बीते पांच सालों में 2014-15 व 2018-19 के बीच सबसे कम वृद्धि दर है। औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर जून 2019 में दो फीसदी रही, जो जून 2018 में सात फीसदी रही। अप्रैल, मई व जून 2019 में वृद्धि 3.6 फीसदी रही, जो बीते साल 5.1 फीसदी थी।
उन्होंने औद्योगिक उत्पाद सूचकांक, कैपिटल गुड्स सेक्टर, माइनिंग व अन्य में धीमी वृद्धि का हवाला दिया। बेरोजगारी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, जैसा कि पहले बताया गया था कि बेरोजगारी दर 45 सालों की उच्चतम स्तर पर है। 2019-2019 में यह 6.1 फीसदी रही। बनर्जी ने केंद्र सरकार पर ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड, बीएसएनएल, एयर इंडिया जैसी सरकारी संपत्तियों व करीब 45 से ज्यादा सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश में सक्रिय भूमिका को लेकर भी निशाना साधा।