केरल की नर्स ने किया दावा, जन्म के बाद राहुल गांधी को अपने हाथों में खिलाया
केरल की नर्स ने किया दावा, जन्म के बाद राहुल गांधी को अपने हाथों में खिलाया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की नागरिकता पर बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत के बाद सरकार ने राहुल गांधी से 15 दिनों के अंदर अपनी नागरिकता साबित करने को कहा था, लेकिन अब इस केस में वायनाड की एक रिटायर्ड नर्स का बयान आया है। उन्होंने कहा है कि वह राहुल गांधी के जन्म की गवाह हैं, और उनको जन्म के बाद अपनी गोद में खिलाया भी है, उन्होंने उस वक्त की पूरी कहानी बताई और कहा कि उन्हें राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल उठाने वाले बीजेपी नेता की शिकायत से बुरा लगा है, इसलिए वह सामने आई हैं।
वायनाड की 72 बर्षीय महिला राजाम्मा वावथिल ने कहा कि राहुल का जन्म 19 जून 1970 को हुआ था। वो उस समय दिल्ली के होली फैमिली अस्पताल में बतौर नर्स प्रशिक्षण ले रही थीं, उन्हें वह दिन आज भी याद है, जब सोनिया गांधी को डिलीवरी के लिए ले जाया जा रहा था, राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी और चाचा संजय गांधी डिलिवरी रूम के बाहर खड़े थे। सभी इंदिरा गांधी के पोते को देखने के लिए उत्साहित थे, वावथिल ने बताया मैं बहुत खुशनसीब थी कि जिस बच्चे को मैंने जन्म के बाद सबसे पहले अपने हाथों में लिया था, आज वह कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष है।
राजाम्मा वावथिल ने बताया कि वह अक्सर अपने परिवार वालों को यह कहानी सुनाती हैं। वावथिल ने कहा राहुल गांधी की नागरिकता पर कोई सवाल नहीं उठा सकता है। सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत गलत है, वहां होली फैमिली अस्पताल में राहुल गांधी के जन्म के बारे में सभी रिकॉर्ड मौजूद होंगे। वावथिल ने कहा जब राहुल गांधी वायनाड आएंगे तो वह उनसे जरूर मिलेंगी। बता दें कि वावथिल ने दिल्ली के होली फैमिली अस्पताल से नर्सिंग कोर्स पूरा किया था, उसके बाद वह भारतीय सेना में नर्स के तौर पर शामिल हुईं।