मीनाक्षी लेखी ने किसानों को बताया मवाली, राकेश टिकैट बोले- पहली बार सरकार ने माना बॉर्डर पर बैठे लोग किसान हैं
मीनाक्षी लेखी ने किसानों को बताया मवाली, राकेश टिकैट बोले- पहली बार सरकार ने माना बॉर्डर पर बैठे लोग किसान हैं
- केन्द्र सरकार किसानों से बातचीत के लिए तैयार है- केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर
- पहली बार सरकार ने माना बार्डर पर बैठे लोग किसान हैं- राकेश टिकैत
- मीनाक्षी लेखी ने किसानों को बताया मवाली
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। किसान आंदोलन को लेकर केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार किसानों से बातचीत के लिए पूरी तरह से तैयार है। हम पहले भी बात करते रहे हैं। मोदी सरकार किसान हितैषी सरकार है। तोमर के इस बयान के बाद कृषि क़ानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों पर केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, वे किसान नहीं मवाली हैं। इसका संज्ञान भी लेना चाहिए, ये आपराधिक गतिविधियां हैं, जो कुछ 26 जनवरी को हुआ वो भी शर्मनाक था, आपराधिक गतिविधियां थी, उसमें विपक्ष द्वारा ऐसी चीजों को बढ़ावा दिया गया।
वे किसान नहीं मवाली हैं। इसका संज्ञान भी लेना चाहिए, ये आपराधिक गतिविधियां हैं, जो कुछ 26 जनवरी को हुआ वो भी शर्मनाक था, आपराधिक गतिविधियां थी, उसमें विपक्ष द्वारा ऐसी चीजों को बढ़ावा दिया गया: केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी, कृषि क़ानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों पर pic.twitter.com/CuFnHzLEFw
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 22, 2021
वहीं, राकेश टिकैत ने जंतर मंतर पर जारी किसान संसद के दौरान अपने संबोधन में कहा कि 8 माह बाद सरकार ने माना है कि जो बॉर्डर पर बैठे हैं वह किसान हैं। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, किसानों की मांग है कि 3 काले कानून को रद्द किया जाए। नरेंद्र मोदी, तोमर साहब और उनके बाकी सभी साथी यही कह रहे हैं कि इन 3 कानूनों से कोई नुकसान नहीं है और उसमें क्या कमियां है वो बता दीजिए। हमने पहले भी बताया है और आज भी हम चर्चा करने के लिए तैयार हैं।
किसानों की मांग है कि 3 काले कानून को रद्द किया जाए। नरेंद्र मोदी, तोमर साहब और उनके बाकी सभी साथी यही कह रहे हैं कि इन 3 कानूनों से कोई नुकसान नहीं है और उसमें क्या कमियां है वो बता दीजिए। हमने पहले भी बताया है और आज भी हम चर्चा करने के लिए तैयार हैं: मल्लिकार्जुन खड़गे,कांग्रेस pic.twitter.com/gVeT7YaGrI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 22, 2021
गौरतलब है कि तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को पूरी तरह से वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर कुछ देर बाद 200 किसानों का धऱना प्रदर्शन शुरू होगा। दिल्ली-एनसीआर के सिंघु बार्डर, टीकरी बार्डर, शाहजहांपुर बार्डर और गाजीपुर बार्डर पर किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है। बृहस्पतिवार से आगामी 9 अगस्त तक जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने की अनुमति दिल्ली पुलिस की ओर से मिल गई है। 200 किसानों का प्रदर्शन सुबह 11 बजे से शुरू होगा।