Punjab: बीएसएफ ने इंटरनेशनल बॉर्डर के पास एक संदिग्ध बैलून पकड़ा, इलाके में सर्च ऑपरेशन
Punjab: बीएसएफ ने इंटरनेशनल बॉर्डर के पास एक संदिग्ध बैलून पकड़ा, इलाके में सर्च ऑपरेशन
- बामियाल में डिंडा पोस्ट पर ये बैलून पकड़ा गया
- आस-पास के इलाके में बीएसएफ का सर्च ऑपरेशन
- पठानकोट में बीएसएफ ने इंटरनेशनल बॉर्डर के पास एक संदिग्ध बैलून पकड़ा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पंजाब के पठानकोट में बीएसएफ ने इंटरनेशनल बॉर्डर के पास एक संदिग्ध बैलून पकड़ा है। बमियाल में डिंडा पोस्ट पर ये बैलून पकड़ा गया है। बैलून को पकड़ने के बाद आस-पास के इलाके में बीएसएफ ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
बता दें कि कि इस बॉर्डर पर पाकिस्तान की तरफ से उड़कर आने वाले गुब्बारे की घटना कोई पहली नहीं है। इसी तरह की एक और घटना में अप्रैल में भारत-पाक सीमा के साथ सटे कस्बे बमियाल की सिंबल पोस्ट पर बीएसएफ के जवानों ने पाकिस्तान की ओर से आए एक बैलून को फायर कर नीचे गिरा दिया था। हालांकि गुब्बारे से कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली थी। वहीं जम्मू कश्मीर में भी पाकिस्तानी गुब्बारे कई बार भारतीय सीमा से घुस चुके हैं। ड्रोन से हमलों की घटनाओं में भी तेजी आई है।
बीते दिनों देश में अपनी तरह के पहले आतंकवादी हमले में, 26-27 जून की मध्यरात्रि में जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर विस्फोटक गिराने के लिए दो ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। उच्च सुरक्षा वाले एयरफोर्स स्टेशन पर पांच मिनट के अंतराल में लगातार दो विस्फोट हुए, जिसमें तकनीकी क्षेत्र में ड्यूटी पर तैनात दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे।
रात 1.37 बजे और 1.42 बजे हुए दो बैक-टू-बैक विस्फोटों के बाद एक इमारत की छत क्षतिग्रस्त हो गई थी। हमले में कोई कीमती उपकरण क्षतिग्रस्त नहीं हुआ था। वायुसेना स्टेशन पाकिस्तान के साथ अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर निकटतम बिंदु से लगभग 14-15 किमी दूर है।
जम्मू क्षेत्र में आईबी और नियंत्रण रेखा (एलओसी) के भारतीय हिस्से में अब तक पाकिस्तान से एक ड्रोन सबसे दूर 12 किमी तक आया है। अधिकारियों ने कहा कि वायुसेना स्टेशन पर हमला करने के लिए मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) के इस्तेमाल के पीछे पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों का हाथ होने का संदेह है।