एंटी नक्सल ऑपरेशन: छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, इनामी महिला नक्सली समेत 31 नक्सलियों को किया ढेर, बड़ी मात्रा में हथियार बरामद

  • छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों का एंटी नक्सल अभियान जारी
  • मारे गए 30 नक्सली
  • भारी संख्या ऑटोमेटिक हथियार बरामद

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-04 16:46 GMT

डिजिटल डेस्क, रायपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में नक्सलियों को खात्में के लिए सुरक्षाबल लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन चला रहे हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। बीजापुर और नारायणपुर जिले में पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन में 31 नक्सलियों को मार गिराया है। मौके से जवानों ने एके-47, एसएलआर जैसे हथियार और बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की है। वहीं इस मुठभेड़ में किसी जवान के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।

31 नक्सली ढेर

जानकारी के मुताबिक पुलिस को दंतेवाड़ा-नारायणपुर जिले के बॉर्डर पर ओरछा थाना इलाके के नेंदुर और थुलथुली गांव के पास बड़ी संख्या में नक्सलियों के मौजूद होने की जानकारी मिली थी। जिसके बाद स्थानीय पुलिस बल, DRG और अर्ध सैनिक बल को एंटी नक्सल ऑपरेशन के लिए रवाना किया गया था।

बताया जा रहा है कि मुठभेड़ में 31 नक्सली मारे गए हैं, इनकी संख्या और बढ़ सकती है। दंतेवाड़ा एसपी ने बताया कि शुक्रवार करीब 1 बजे जब सुरक्षाबल नक्सलियों की मौजूदगी वाली जगह पर पहुंचे तो उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी।

अब तक का सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन

पुलिस ने इस एनकाउंटर को अब तक का सबसे बड़ा नक्सल ऑपरेशन बताया है। इससे लगभग 6 महीने पहले कांकेर में 29 नक्सली मारे गए थे। वहीं इस साल अकेले बस्तर संभाग के अलग-अलग इलाके में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 171 नक्सलियों को मार गिराया गया है।

इनामी महिला नक्सली भी ढ़ेर

मुठभेड़ में महिला नक्सली कमांडर नीती के भी मारे जाने की खबर है। DVCM कैडर की नीती पर करीब 8 से 10 लाख रुपए का इनाम था। वह नक्सलियों की पूर्वी बस्तर डिवीजन में एक्टिव थी। 

'अंतिम सांसे गिन रहे माओवादी'

मुठभेड़ को लेकर सीएम विष्णुदेव साय ने कहा, "दंतेवाड़ा सीमा पर स्थित माड़ इलाके में हमारे सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई है जिसमें अब तक 28 शव मिलने की जानकारी है और कई हथियार भी बरामद किए गए हैं। यह अब तक का बहुत बड़ा अभियान हुआ है। मैं हमारे जवानों को इस सफलता के लिए बहुत बधाई देता हूं। हम उनके साहस को नमन करते हैं। हम पहले भी माओवादियों से कहते आए हैं कि वे हिंसा का रास्ता छोड़कर विकास की धारा से जुड़ें। डबल इंजन सरकार के कारण हम लोग मजबूती के साथ लड़ रहे हैं और माओवादी अपनी अंतिम सांसें गिन रहे हैं... निश्चित रूप से छत्तीसगढ़ से माओवाद का समापन होने वाला है।"

Tags:    

Similar News