Araria massacre: पत्रकार की हत्या मामले में चार आरोपियों की हुई गिरफ्तारी, डॉग स्क्वायड और फॉरेंसिक टीम की जांच जारी

  • पत्रकार की हत्या पर घिरे सीएम नीतीश
  • अब तक चार आरोपी गिरफ्तार

Bhaskar Hindi
Update: 2023-08-19 07:00 GMT

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार के अररिया जिले में कल यानी 18 अगस्त की सुबह-सुबह पत्रकार विमल कुमार यादव की हत्या हो गई थी। इसी मामले में बिहार ने पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, अररिया में पत्रकार की हत्या के मामले में 8 लोगों को आरोपी बनाया गया है। 4 आरोपियों विपिन यादव, भावेश यादव, आशीष यादव और उमेश यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। 2 आरोपी रूपेश यादव और क्रांति यादव अररिया जेल में हैं और पुलिस उन्हें रिमांड पर ले रही है। 

पत्रकार की हत्या पर नीतीश कुमार पर विपक्ष जबरदस्त हमलावर है। बीजेपी का कहना है कि नीतीश कुमार अपने आप को सुशासन बाबू कहते हैं। जब एक पत्रकार उनके राज्य में सुरक्षित नहीं है तब हम आम जनता की खाक सुरक्षा कर पाएंगे। लोजपा (आर) सुप्रीमो चिराग पासवान ने बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि,. बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह लचर है। नीतीश जी के राज में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं उन्हें किसी प्रकार का कोई भय नहीं है।

नीतीश ने क्या कहा?

अररिया जिले के एसपी ने कहा, 'शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। जांच जारी है। फॉरेंसिक विशेषज्ञों और खोजी कुत्तों को घटनास्थल पर बुला लिया गया है। खबरें ये भी हैं कि, विमल यादव और उनके पड़ोसी के बीच पुराना विवाद था। जिस पर पुलिस गहन  छानबीन कर रही है। सीएम नीतीश से जब पत्रकारों ने इस मामले को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, 'मुझे वास्तव में दुख हुआ है और मैंने तुरंत संबंधित अधिकारियों को घटना की जांच करने के लिए कहा है।'

दरवाजा खोलते हुए गोलियां चली

बीते दिन अररिया जिले की इस घटना ने पूरे प्रदेश एवं देश में तहलका मचा कर रख दिया था। पत्रकार विमल कुमार यादव को तब गोली मारी गई थी जब वो सो रहे थे। पुलिस के मुताबिक, सुबह 5.30 बजे बदमाशों ने दरवाजा खटखटाया। दरवाजा जैसे ही विमल ने खोला तभी अंधाधुन बदमाशों ने गोलियां बरसाने शुरू कर दिए। गोलियों की आवाज सुन कर, पत्रकार की पत्नी दौड़ कर जब दरवाजे के पास गई तो देखा की विमल जमीन पर गिरे पड़े हैं। उसके बाद उन्होंने आवाज दिया। जिसके बाद पड़ोसी आए और विमल को अस्पताल तुरंत ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

दो साल पहले भाई की हत्या

डॉक्टरों के मृत घोषित किए जाने पर जिले के पत्रकार समूह ने नीतीश सरकार के सामने अपनी मांग रखी कि सभी दोषियों को जल्द से जल्द सलाखों के पीछे डाला जाए और कड़ी से कड़ी सजा दिए जाए ताकि आगे कोई भी ऐसा न कर सके। पत्रकार की पत्नी ने मीडिया से बताया कि, दो साल पहले उनके देवर की भी बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।  जिसका केस कोर्ट में केस चल रहा है। इसी मामले में विमल मुख्य गवाह थे जिनकी अब हत्या कर दी गई है।

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