हॉलीवुड फिल्म "ओपेनहाइमर" पर तारीफ, विरोध और विवाद का सिलसिला जारी, जानिए क्या है बड़ा कारण?
डिजिटल डेस्क, मुंबई। हॉलीवुड फिल्मों का क्रेज दुनिया के हर कोने में है। इन फिल्मों को लोगों का खूब प्यार मिलता है और बड़े बजट में बनी ये फिल्में बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ कलेक्शन करती हैं। हाल ही में रिलीज हुई अंग्रेजी फिल्म 'ओपेनहाइमर' दुनिया का पहला एटम बम बनाने वाले वैज्ञानिक जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर की कहानी पर आधारित है। फिल्म को क्रिस्टोफर नोलन ने डायरेक्ट किया है। फिल्म को रिलीज के बाद क्रिटिक्स अच्छे रिव्यूज मिले हैं। दर्शक भी पूरे उत्साह के साथ यह फिल्म देखने सिनेमाघरों पहुंच रहे हैं। जिसका गवाह फिल्म का शानदार कलेक्शन है। लेकिन तारीफों के बीच यह फिल्म विवादों के घेरे में भी आ गई है भारत में फिल्म को लेकर लगातार विरोध किया जा रहा है। कई बड़े सितारों ने फिल्म की लगातार आलोचना कर रहे हैं। इस दौरान सेंसर बोर्ड पर भी कई सवाल खड़े किए गए हैं। तो चलिए जानते हैं फिल्म पर विरोध की वजह और फिल्म पर लोगों का रिएक्शन-
भारत में विरोध का कारण क्या?
बता दें कि, इस फिल्म को भारतीय सिनेमाघरों में 22 जुलाई को रिलीज किया गया था। इस फिल्म के एक इंटीमेट सीन की वजह से सारा विवाद शुरू हुआ है। 'ओपेनहाइमर' के एक सीन में अपने निजी पलों के दौरान लीड हीरो सिलियन मर्फी संस्कृत में लिखा एक वाक्य पढ़ते नजर आ रहे हैं। ऐसा दावा किया जा रहा है कि हीरो द्वारा पढ़ी गईं ये लाइनें भगवद् गीता की हैं। इसे लेकर सोशल मीडिया पर विरोध के सुर गूंज रहे हैं और फिल्म से इस सीन को हटाए जाने की मांग की जा रही है। इस मामले पर कई सेलेब्स ने भी चुप्पी तोड़ी है और इसे गलत बताते हुए विरोध किया है।
क्या है आखिर सीन में?
बता दें कि फिल्म में एक सीन के दौरान फ्लोरेंस पग, किलियन मर्फी की बुक शेल्फ के पास जाती हैं और देखती है कि साइंस से जुड़ी कई किताबों के बीच एक अलग किताब रखी है। इस किताब को देखकर जब वह कुछ सवाल करती है तो ओपेनहाइमर इसे संस्कृत भाषा की किताब बताते हैं और उन श्लोकों को पढ़ने के लिए कहते हैं। इसके बाद सीन में दिखाया गया है कि महिला अपने पुरुष साथी के साथ अपने निजी पलों के दौरान जोर-जोर से भगवद् गीता पढ़ती है। जो की पूरी फिल्म में विवाद का कारण है।
सेंसर बोर्ड की लापरवाही?
फिल्म की रिलीज से पहले एक इंटरव्यू के दौरान एक्टर सिलियन मर्फी ने खुद खुलासा किया था कि इस फिल्म की तैयारी के लिए उन्होंने भगवद् गीता का पाठ किया। एक्टर की इस बात को सुनकर सभी ने खुशी मनाई। खबरें ऐसी भी आईं कि खुद वैज्ञानिक जे रॉबर्ट ओपेनहाइमर गीता से प्रभावित थे और उन्होंने संस्कृत सीखी थी। ऐसे में इस फिल्म को सर्टिफिकेट देते हुए सेंसर बोर्ड को ज्यादा परखने की जरुरत थी, लेकिन बोर्ड की तरफ से फिल्म पर कोई आपत्ति नहीं दर्ज कराई गई। अब जब दर्शकों की तरफ से विरोध लगातार बढ़ता दिख रहा है तो क्या सेंसर बोर्ड यूटर्न लेगा!
सूचना आयुक्त ने लिखा मेकर्स को खुला खत
इस सीन को लेकर भारत सरकार के सूचना आयुक्त उदय माहुरकर भी नोलन को एक खुला पत्र लिख चुके हैं। इसमें उन्होंने आपत्ति जताते हुए फिल्म से दृश्य को हटाने की अपील की है। सेव कल्चर सेव इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक माहुरकर ने लिखा, 'हम अरबों हिंदुओं और पूज्य गीता द्वारा जीवन बदलने की शाश्वत परंपरा की ओर से आग्रह करते हैं कि वे इस पूज्य पुस्तक की गरिमा बनाए रखने और दुनियाभर में अपनी फिल्म से इस दृश्य को हटाने के लिए हर संभव प्रयास करें। यदि आप इस अपील को नजरअंदाज करना चुनते हैं तो इसे भारतीय सभ्यता पर जानबूझकर किया गया हमला माना जाएगा'।
इस भारतीय सितारों ने की आलोचना
फिल्म निर्माता रामगोपाल वर्मा ने ट्वीट कर लिखा है, 'विडंबना यह है कि एक अमेरिकी परमाणु वैज्ञानिक ओपेनहाइमर ने भगवत गीता पढ़ी है, जिस पर मुझे संदेह है कि 0.0000001% भारतीय भी इसे पढ़ते हैं।' फिल्म निर्माता के इस ट्वीट पर कुछ लोग उनका सपोर्ट कर रहे हैं तो कुछ उनकी क्लास लगाते दिख रहे हैं। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने विवादित सीन पर कड़ा रुख अपनाया है। अनुराग ठाकुर ने इस आपत्तिजनक सीन पर केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) से जवाब मांगा है। उन्होंने फिल्म के निर्माताओं को इस विवादित सीन को मूवी से तुरंत हटाने का निर्देश दिया है।
फिल्म कलेक्शन
खबरों के अनुसार, ‘ओपेनहाइमर’ ने सोमवार को भारत में 7 करोड़ का बिजनेस किया है। इसी के साथ ये फिल्म भारत में अबतक 55.86 करोड़ की कमाई कर चुकी है। वहीं इसके वर्ल्डवाइड कलेक्शन की बात करें तो क्रिस्टोफर के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म ने दुनियाभर में 1000 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। बता दें, फिल्म दुनियाभर में अब तक 1430 करोड़ रुपए की कमाई कर चुकी है।