1971 का वो हीरो जिसने पाकिस्तान को धूल चटा बांग्लादेश बनवा दिया, फील्ड मार्शल मानेक शॉ बने दिखेंगे विक्की कौशल, टीजर देखने से पहले जानिए पूरी कहानी
‘सैम बहादुर’ टीजर 1971 का वो हीरो जिसने पाकिस्तान को धूल चटा बांग्लादेश बनवा दिया, फील्ड मार्शल मानेक शॉ बने दिखेंगे विक्की कौशल, टीजर देखने से पहले जानिए पूरी कहानी
डिजिटल डेस्क मुंबई। इन दिनों एक्ट्रेस विक्की कौशल अपनी फिल्म "गोविंदा नाम मेरा" को लेकर सुर्खियों में है। वहीं एक्टर ने अपनी अगली फिल्म "सैम बहादुर" का टीजर शेयर करते हुए रिलीज डेट की घोषणा कर दी है। विक्की ने फिल्म में अपने किरदार की पहली झलक भी फैंस को दिखाई है। फिल्म आने वाले साल 1 दिसंबर 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। फिल्म का डायरेक्शन मेघना गुलजार कर रहीं हैं। वहीं रॉनी स्क्रूवाला फिल्म "सैम बहादुर" को प्रोड्यूस कर रहें हैं। फिल्म में विक्की कौशल के अलावा सान्या मल्होत्रा और फातिमा सना शेख मुख्य रोल में नजर आएंगी।
विक्की ने सोशल मीडिया अकाउंट पर किया टीजर रिलीज
एक्टर विक्की कौशल ने अपने इंस्टाग्राम हेंडल पर फिल्म का टीजर रिलीज करते हुए रिलीज डेट का एलान किया है। टीजर में विक्की मानेकशॉ के रोल में नजर आ रहे हैं हालंकि टीजर में विक्की का चहरा नहीं दिखाया गया है। टीजर में वे कैमरे के पीछे पीठ करके चलते नजर आ रहें हैं और सेनिक उनके लिए रास्ता बना रहें हैं। टीजर पोस्ट करते हुए विक्की ने लिखी- 365 दिन बाद...1 दिसंबर 2023 को सिनेमाघरों में सैम बहादुर रिलीज होगी। सैम बहादुर की कहानी भारत के महान युद्ध नायक मानेकशॉ पर आधारित है। फिल्म में मानेकशॉ की पत्नी सिल्लू का रोल एक्टर सान्या मल्होत्रा और प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का रोल फातिमा सना शेख निभाती नजर आएंगी।
कौन है सैम बहादूर
मानेकशॉ सन् 1932 में देहरादून के इंडियन मिलिट्री एकेडमी के पहले बैच के लिए चुने गए 40 छात्रों में से एक थे। वहां से वे कमीशन प्राप्ति के बाद 1943 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। वहीं 1969 को उन्हें सेनाध्यक्ष बनाया गया और 1973 में फील्ड मार्शल का सम्मान प्रदान किया गया। उन्होंने भारत के विभाजन के बाद 1947-48 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भी उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 7 जून 1969 को सैम मानेकशॉ ने जनरल कुमारमंगलम के बाद भारत के 8वें चीफ ऑफ द आर्मी स्टाफ बनाया गया। उनके इतने सालों के अनुभव के इम्तिहान की घड़ी तब आई जब 1971 की लड़ाई में इंदिरा गांधी चाहती थीं कि वह मार्च में ही पाकिस्तान पर चढ़ाई कर दें। लेकिन सैम ने इसके लिए मना कर दिया क्योंकि भारतीय सेना हमले कि लिए तैयार नहीं थी। उन्होंने हमले के लिए 6 महीने का वक्त मांगा। 3 दिसंबर को फाइनली वॉर शुरू हुआ। 14 दिसंबर, 1971 को भारतीय सेना ने ढाका में पाकिस्तान के गवर्नर के घर पर हमला कर दिया। इसके बाद 16 दिसंबर को ईस्ट पाकिस्तान आजाद होकर ‘बांग्लादेश’ बन गया। इसी जंग में तत्कालीन ईस्ट पाकिस्तान के 90 हजार सैनिक मारे गए थे।
पद्मभूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित थे मानेकशॉ
सैम मानेकशॉ देश के सबसे महान फौजी अफसरों में से एक थे जिनकी जिंदगी पर ये फिल्म बनने जा रही है। सैम मानेकशॉ को कई सम्मान मिले थे। 1973 में उन्हें फील्ड मार्शल की उपाधि से नवाजा गया। वो इस पद से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय जनरल थे। 1968 में उन्हें पद्मभूषण व 1972 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया।
भवानी अय्यर ने लिखी स्क्रिप्ट
बता दें कि फिल्म सैम बहादूर की स्क्रिप्ट स्क्रिप्ट भवानी अय्यर ने मेघना गुलजार के पिता गुलजार और शांतनु श्रीवास्तव के साथ लिखी है। गुलजार ने फिल्म में गीतकार के रूप में भी काम किया है। वहीं तिकड़ी शंकर-एहसान-लॉय ने फिल्म में मयूजिक दिया है। वहीं विक्की की फिल्म ‘गोविंदा नाम मेरा’ भी 16 दिसंबर को डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज होने जा रही है। इस फिल्म में उनके साथ कियारा आडवाणी और भूमि पेडनेकर लीड रोल में हैं।