शाश्वत त्रिपाठी ने पर्दे और वास्तविक जीवन में समानता पर की बात

पारिवारिक ड्रामा स्वर्ण घर शाश्वत त्रिपाठी ने पर्दे और वास्तविक जीवन में समानता पर की बात

Bhaskar Hindi
Update: 2022-09-05 13:31 GMT
शाश्वत त्रिपाठी ने पर्दे और वास्तविक जीवन में समानता पर की बात

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पारिवारिक ड्रामा स्वर्ण घर में युग की भूमिका निभा रहे उदारियां फेम शाश्वत त्रिपाठी ने अपने किरदार के बारे में बात की और बताया कि वह अपने ऑन-स्क्रीन व्यक्तित्व से कैसे संबंधित हैं। उन्होंने कहा, मेरा चरित्र युग अब मेरा हिस्सा बन गया है। पहले मैं चरित्र से संबंधित नहीं हो सकता था, लेकिन धीरे-धीरे युग एक वास्तविकता बन गया है क्योंकि हमारे बीच कई समानताएं हैं। और, मुझे यह जोड़ना होगा कि स्वर्ण घर जैसा कोई अन्य नहीं है।

शाश्वत को लगता है कि समय के साथ, सोशल मीडिया के आगमन और युवाओं के लिए एक्सपोजर के साथ रिश्ते बदल गए हैं। शो उन परिवर्तनों को दर्शाता है। उन्होंने आगे विस्तार से बताया कि सभी पीढ़ियों के अंतराल के बावजूद, माता-पिता अपने बच्चों के बड़े होने के बाद उचित सम्मान और देखभाल के पात्र हैं। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि किसी भी माता-पिता के साथ गलत व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने ही हमें यह जीवन दिया है। कहीं न कहीं, कभी-कभी माता-पिता और बच्चों दोनों के लिए शांतिपूर्ण और संतुलित संबंध बनाने के लिए समायोजन अनिवार्य है। शाश्वत ने निष्कर्ष निकाला, यह शो जो मजबूत संदेश देता है वह यह है कि माता-पिता का प्यार शुद्ध और किसी भी अपेक्षा से परे होता है।

 

(आईएएनएस)

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