बदलापुर महोत्सव में भोजपुरी स्टार पर बरसे पत्थर, हर हर शंभू फेम सिंगर को भी नहीं बख्शा, बीजेपी विधायक की नाराजगी के बाद समय से पहले खत्म हुआ महोत्सव
लाइव शो में बवाल बदलापुर महोत्सव में भोजपुरी स्टार पर बरसे पत्थर, हर हर शंभू फेम सिंगर को भी नहीं बख्शा, बीजेपी विधायक की नाराजगी के बाद समय से पहले खत्म हुआ महोत्सव
डिजिटल डेस्क, जौनपुर। अपने फैंस को स्टार लाइव शोज के जरिये रूबरू होकर एंटरटेन करते हैं लेकिन इस दौरान कभी-कभार फैंस अपनी जिम्मेदारी को भूलकर ऐसे काम कर देते है जो नैतिक तौर पर सही नहीं रहता है। अपने फैंस की एक झलक पाने के लिए भीड़ का बेकाबू होना अलग चीज है लेकिन अगर आर्टिस्ट स्टेज पर परफॉर्म कर रहा है और तब आप गलत हरकत करते है तो ना यह सिर्फ उस आर्टिस्ट बल्कि शो में मौजूद दूसरे लोगों को भी प्रभावित करता है। ऐसा ही कुछ भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह के लाइव शो के बीच देखने को मिला है।
दरअसल, इन दिनों भोजपुरी स्टार बदलापुर महोत्सव में व्यस्त हैं. बदलापुर महोत्सव के दूसरे दिन जैसे ही अक्षरा सिंह परफॉर्म करने गईं हंगामा हो गया. लेकिन इस दौरान लोगों ने मर्यादा की दीवार उस वक्त तोड़ दी जब उन्होंने स्टेज पर पत्थर फेंके। जानकारी के मुताबिक, अक्षरा बदलापुर महोत्सव में स्टेज पर अपने ही गानों पर डांस कर रही थीं। इस दौरान जौनपुर में बवाल शुरू हो गया। मामला इतना आगे बढ़ा कि महोत्सव में मौजूद लोगों ने मंच पर पत्थर भी फेंकने शुरू कर दिये। कई लोग ऐसे भी थे जिन्होंने एक्ट्रेस पर कागज फेंका।
गुस्से में एक्ट्रेस ने छोड़ा स्टेज
पब्लिक के इस रवैये से नाराज भोजपुरी एक्ट्रेस तुरंत स्टेज छोड़कर चली गईं। इसी वजह से शो का समापन समय से पहले करना पड़ा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जौनपुर के बदलापुर महोत्सव में अक्षरा के अलावा ‘हर-हर शम्भू’ फेम अभिलिप्सा पांडा भी मौजूद थीं। दोनों को देखने के लिए भारी मात्रा में भीड़ पहुंची थी। अक्षरा के बाद महोत्सव में शामिल हुए बीजेपी विधायक रमेश मिश्रा ने लोगों की हरकतों पर गुस्सा जाहिर किया है। इसी वजह से शो का समापन समय से पहले करना पड़ा।
एक्शन में आई पुलिस
अक्षरा सिंह के कार्यक्रम में भीड़ इतनी बेकाबू हो गई कि पुलिस को उन्हें नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। बदलापुर महोत्सव में कई मंत्री, बॉलीवुड और भोजपुरी सितारे भी शामिल हुए। आपको बता दें, इससे पहले पटना और नवादा में खेसारी लाल यादव के कार्यक्रमों में भी ऐसा ही हुआ था। खेसारी लाल के कार्यक्रम में भी बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।