दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से नवाजे गए अमिताभ, जीवनभर के योगदान के लिए दिया जाता है
दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से नवाजे गए अमिताभ, जीवनभर के योगदान के लिए दिया जाता है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को रविवार को सिनेमा के सबसे बड़े दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से नवाजा गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 77 वर्षीय अभिनेता को सिनेमा में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए फिल्म उद्योग के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित किया। इस पुरस्कार में स्वर्ण कमल और 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल है। पत्नी जया और बेटे अभिषेक बच्चन प्रतिष्ठित समारोह के लिए अभिनेता के साथ थे।
अवॉर्ड से नवाजे जाने के बाद अभिताभ बच्चन ने कहा, "जब इस पुरस्कार की घोषणा हुई तो मेरे मन में एक संदेह उठा। क्या कहीं ये संकेत है मेरे लिए कि भाई साहब आपने बहुत काम कर लिया। अब घर बैठ कर आराम कर लीजिए, क्योंकि अभी भी थोड़ा काम बाकी है जिसे मुझे पूरा करना है।"
हिंदी सिनेमा में अमिताभ बच्चन का काम अद्वितीय है। 1969 में फिल्म सात हिंदुस्तानी से अपने करियर की शुरुआत करने वाले अमिताभ बॉलीवुड को अब तक दर्जनों हिट फिल्में दे चुके हैं। उन्हें चार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। अग्निपथ, ब्लैक, पा और पीकू के लिए उन्हें ये पुरस्कार मिला था। उन्हें 1984 में पद्मश्री, 2001 में पद्म भूषण और 2015 में पद्म विभूषण भी मिला।
बता दें कि साल 1969 में सबसे पहले ये सम्मान देविका रानी को दिया गया था। अमिताभ बच्चन से पहले 2017 में ये अवॉर्ड विनोद खन्ना को दिया गया था। जबकि साल 2015 में ये अवॉर्ड भारत कुमार के नाम से जाने जाने वाले एक्टर मनोज कुमार को मिला था। वहीं 2014 में शशि कपूर, 2013 में गुलजार और 2012 में प्राण को भी ये अवॉर्ड मिल चुका है।
#WATCH: Amitabh Bachchan says,"Jab iss puruskar ki ghoshna hui to mere mann mein ek sandeh utha. Ki kya kahin ye sanket hai mere liye ki bhai sahab aapne bahut kaam kar liya, ab ghar baith ke aaram kar lijiye. Kyunki abhi bhi thoda kaam baki hai jise mujhe poora karna hai." pic.twitter.com/pdKXH2RSfr
— ANI (@ANI) December 29, 2019
Delhi: Veteran actor Amitabh Bachchan receives Dadasaheb Phalke Award from President Ram Nath Kovind. pic.twitter.com/9Towgcgo9x
— ANI (@ANI) December 29, 2019