राघव चड्डा से अमीर है एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा! एक महीने में कमाती हैं इतने लाख रुपये, जाने दोनों की नेटवर्थ
परिणीति चोपड़ा-राघव चड्डा राघव चड्डा से अमीर है एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा! एक महीने में कमाती हैं इतने लाख रुपये, जाने दोनों की नेटवर्थ
डिजिटल डेस्क, मुंबई। एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा और आप नेता राघव चड्ढा इन दिनों अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में है। दोनों कभी एयरपोर्ट पर, कभी लंच तो कभी डिनर पर कई बार साथ में स्पॉट किए गए, जिसके बाद दोनों के अफेयर्स की चर्चाएं तेज हो गईं। वहीं अब खबरें आ रही हैं दोनों जल्द ही शादी के बंधन में बंधने जा रहे हैं। इन दिनों एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा भी अपनी पुरी फैमली के साथ इंडिया आई हैं जिसके बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि दोनों जल्द शादी करने वाले हैं। शादी की खबरों के बीच अगर हम बात करें कपल की नेटवर्थ की तो, एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा राघव चड्डा से ज्यादा पैसे कमाती है, वहीं जितनी राघव की कुल संपत्ति है उतना एक्ट्रेस एक महीने से कमा लेती हैं। तो चलिए जानते हैं दोनों की नेटवर्थ-
राघव से ज्यादा पैसे कमाती हैं परिणीति चोपड़ा
आप नेता राघव चड्ढा राज्यसभा सदस्य हैं और चार्टर्ड अकाउंटेंट भी हैं। राघव की प्रॉपर्टी की बात करें तो चुनाव में नामांकन के दौरान उन्होंने अपनी कुल मौजूदा संपत्ति की डिटेलस दी थीं। इसके मुताबिक राघव के पास 37 लाख की संपत्ति है और उन पर कोई कर्जा भी नहीं है। वहीं परिणीति चोपड़ा की कमाई राघव से काफी ज्यादा है। खबरों की माने तो,परिणीति महीने में 40 लाख रुपयों से ज्यादा की कमाई करती हैं और उनकी कुल प्रॉपर्टी 60 करोड़ के करीब है। वहीं राघव के पास कोई मकान या जमीन नहीं है। वहीं परिणीति के पास मुंबई में आलीशान मकान है। परिणीति चोपड़ा का मुंबई में सी फेसिंग अपार्टमेंट भी है।
कई मंहगी गाड़ी की मालकिन हैं परि
आपको बता दें कि, परिणीति के पास कई लगजरी कारे हैं। जिसमें ऑडी, क्यू 5, ऑडी ए6, जैगुआर एक्सजेएल शामिल हैं। वहीं राघव के पास एक मारूति स्विफ्ट डिजायर कार है और उनके पार 90 ग्राम गोल्ड ज्वैलरी है जिसकी कीमत 4 लाख रुपये से ज्यादा है। उन्होंने बॉन्ड्स, डिबेंचर और शेयर्स में भी 6 लाख से ज्यादा इनवेस्ट किए हुए हैं।
दोनों को मिला है भारत यूके आउटस्टैंडिंग अचीवर ऑनर्स
साल के जनवरी महीने में परिणीति चोपड़ा और राघव चड्ढा 'भारत यूके आउटस्टैंडिंग अचीवर ऑनर्स' के सम्मान से एक साथ नवाजा गया था। भारत में पहली बार किसी को यह सम्मान मिला था। इस ऑनर का नेशनल इंडियन स्टूडेंट्स एंड एलुमनी यूनियन ने भारत में ब्रिटिश काउंसिल और यूके के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विभाग के साथ मिलकर इसका अयोजन किया था।