10 युवा भारतीय फिल्म निर्माताओं ने सिने इम्पैक्ट फेलोशिप जीती
नई दिल्ली 10 युवा भारतीय फिल्म निर्माताओं ने सिने इम्पैक्ट फेलोशिप जीती
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देशभर की दस युवा फिल्म निर्माण टीमों को सिने इम्पैक्ट हाइफन द्वारा फैलोशिप दी जाएगी। यह फेलोशिप सामाजिक मुद्दों पर स्वतंत्र कहानी कहने के लिए फिल्म निमार्ताओं की अगली पीढ़ी से नई प्रतिभाओं की पहचान करने और उनका पोषण करने की एक पहल है।
देशभर के युवा फिल्म निर्माताओं ने इस फेलोशिप के लिए प्रतिस्पर्धा की, जिसमें प्रख्यात जूरी सदस्यों में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म समीक्षक सैबल चटर्जी, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता उत्पल बोरपुजारी, फिल्म समीक्षक और पत्रकार अर्नब बनर्जी व फिल्म समीक्षक और क्यूरेटर फैजल खान शामिल थे।
विजेता टीमों का विवरण :
1. टीम ब्रेन टिक्का (गुरुग्राम, हरियाणा)
2. इंडियन एकेडमी डिग्री कॉलेज (बेंगलुरु, कर्नाटक)
3. टीम चुंडायिल (पलक्कड़, केरल)
4. एक कहानीवाला फिल्म्स (देवघर, झारखंड)
5. सेल्युलाइड, मिरांडा हाउस कॉलेज (दिल्ली) की फिल्म सोसायटी
6. टीम विवेकनगर (कोलकाता, पश्चिम बंगाल)
7. टीम माटी- फ्रॉम सरफेस टू सोल (गोलाघाट, असम)
8. टीम सृजन (दिल्ली)
9. टीम आइरिस (नोएडा, उत्तर प्रदेश)
10. सिल्वरस्क्रीन (मुंबई, महाराष्ट्र)
10 विजेता टीमों में से प्रत्येक को सामुदायिक मुद्दों पर फिल्म बनाने के लिए दो महीने का समय और हस्तक्षेप का अधिकार दिया जाएगा। प्रत्येक टीम हस्तक्षेपों द्वारा लाए गए प्रभाव का दस्तावेजीकरण करने का प्रयास करेगी।
द हाइफन के संस्थापक अपरेश मिश्रा ने कहा, भले ही निर्मित फिल्में एक-दूसरे से बहुत अलग हों, अंतर्निहित लेटमोटिफ सामाजिक-आर्थिक मुद्दों के साथ फिल्म निर्माताओं के प्रयास को प्रत्यक्ष रूप से व्यक्त करने का एक प्रयास है। प्रत्येक फिल्म विभिन्न तत्वों का पता लगाएगी- चाहे वह सामाजिक, आर्थिक या सांस्कृतिक हो। उन्होंने आगे कहा, युवा फिल्म निर्माताओं की क्षमता को देखकर जूरी के सदस्य खुश थे। हमें उम्मीद है कि विजेता टीमें इसे और बढ़ाने के लिए चल रही सामाजिक पहलों के प्रभाव पर असाधारण वृत्तचित्र तैयार करेंगी। अनुदान राशि के अलावा, सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र को 1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार भी मिलेगा।
(आईएएनएस)