फिल्म 'इमरजेंसी' कंट्रोवर्सी: रिलीज से पहले विवादों में कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी', SGPC ने फिल्म को बताया सिख विरोधी फिल्म, उठी बैन करने की मांग

  • रिलीज से पहले विवादों में कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी'
  • फिल्म को बताया सिख विरोधी फिल्म
  • उठी बैन करने की मांग

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-22 11:24 GMT

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कंगना रनौत की फिल्म 'इमरजेंसी' का फैंस लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। फिल्म से सभी स्टार्स के फर्स्ट लुक पहले ही रिलीज कर दिए गए थे। कुछ दिनों पहले फिल्म का शानदार ट्रेलर रिलीज किया गया। अब 6 सितंबर को रिलीज होने से पहले फिल्म विवादों में घिरती नजर आ रही है। फिल्म को बैन करने की मांग तेजी से बढ़ रही है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने 'इमरजेंसी' को सिख विरोधी बताया है। वहीं कंगना रनौत पर FIR भी दर्ज करने की मांग की है।

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शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने फिल्म को बताया सिख विरोधी

शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने फिल्म को सिख विरोधी बताया है। फिल्म और कंगना के खिलाफ FIR भी दर्ज करने की मांग की है। इतना ही नहीं उन्होंने फिल्म को पास करने के लिए केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) की भी आलोचना की और फिल्म के तथ्यों के एनालिसिस के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के प्रतिनिधियों को भी शामिल करने की मांग की है।

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कमेटी के अध्यक्ष ने शेयर किया पोस्ट

हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि फिल्मों से जुड़े ऐसे कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं, जब सिख किरदारों के गलत कैरेक्टर और सिखों की धार्मिक चिंताओं के कारण सिख भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव से कंगना रनौत की इमरजेंसी पर तुरंत रोक लगाने की मांग की और कहा कि आगे से यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि सिख विरोधी भावनाओं वाली कोई भी फिल्म रिलीज न हो। हरजिंदर सिंह धामी ने सेंसर बोर्ड में सिख सदस्यों को शामिल करने की मांग की, क्योंकि सिख सदस्य न होने के कारण पक्षपातपूर्ण फैसले लिए जा रहे हैं।

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उन्होंने कहा कि एसजीपीसी ने पहले भी कई बार अपनी आम बैठक में प्रस्ताव पारित कर मांग की है कि सेंसर बोर्ड में सिखों का एक प्रतिनिधि जरूर शामिल किया जाए, लेकिन यह दुखद है कि सरकार इस पर अमल नहीं कर रही है। एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा कि इस फिल्म पर रोक लगाना बहुत जरूरी है, क्योंकि इस फिल्म के रिलीज होने से सिख समुदाय में काफी रोष और नाराजगी पैदा होना स्वाभाविक है।

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